आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद (Jaish-e-Mohammed) ने अब अपना नाम बदल कर मजलिस-वुरासा-ए-शाहुदा जम्मू वा कश्मीर (Majlis Wurasa-e-Shuhuda Jammu wa Kashmir) रख लिया है. अंग्रेजी अखबार हिंदुस्तान टाइम्स के मुताबिक अब इसकी कमान मसूद अज़हर (Masood Azhar) के छोटे भाई मुफ्ती अब्दुल रऊफ असगर के पास है. बता दें कि मसूद अज़हर को पहले ही ग्लोबल टेरेरिस्ट घोषित किया जा चुका है. बीमार मसूद अज़हर इन दिनों पाकिस्तान के बहावलपुर में मरकज़ उस्मान-ओ-अली में रहता है.
मजलिस-वुरासा-ए-शाहुदा जम्मू वा कश्मीर से जुड़े एक नेता आबिद मुख्तार ने इस साल अपनी कश्मीर रैलियों में भारत, अमेरिका और इजरायल के खिलाफ पहले ही जिहाद का ऐलान किया है. कहा जा रहा है कि आतंकी गतिविधि को अंजाम देने के लिए इस संगठन ने 30 आत्मघाती हमलावरों का एक जत्था तैयार किया है. कहा जा रहा है कि ये आतंकी सेना की छावनी और सुरक्षाबलों के काफिले पर हमला कर सकते हैं. मसूद के छोटे भाई अब्दुल रऊफ ने इसी महीने बालाकोट में जैश के ट्रेनिंग सेंटर को फिर से सक्रिय किया है. इसके अलावा भवालपुर और सियालकोट में आतंकियों की भर्तियां की जा रही है.
इसी साल हुआ गिरफ्तार
बता दें कि जैश सरगना मसूद अजहर को इसी साल मार्च में पाकिस्तान में गिरफ्तार किया गया था. हालांकि, कुछ रिपोर्ट्स में ये भी दावा किया जा रहा है कि इमरान सरकार ने यह कदम बस आंख में धूल झोंकने के इरादे से ही उठाया था. मसूद अजहर भारत में संसद, मुंबई, पुलवामा, उरी समेत कई हमलों का मास्टरमाइंड है.
मौलाना मसूद अजहर का संगठन ‘जैश-ए-मोहम्मद’ भारत ही नहीं अमेरिका, इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया और कनाडा में भी अपनी आतंकी गतिविधियों को अंजाम दे चुका है. संयुक्त राष्ट्र पहले ही इस संगठन को ब्लैकलिस्ट कर चुका है, लेकिन तमाम लगामों के बाद भी पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में ये आतंकी संगठन सालों से फलता-फूलता आ रहा था. मसूद अजहर अपनी भारत विरोधी गतिविधियों के चलते जाना जाता है. सालों तक पाकिस्तान ने यह मानने से इनकार किया कि मसूद अजहर उसके देश में है. लेकिन हाल ही में पाकिस्तान ने यह मान लिया था कि मसूद अजहर की तबीयत खराब है और वो पाकिस्तान में ही है.