Vodafone और Idea का नंबर रखने वालों के लिए एक बुरी खबर आ रही है. हो सकता है कुछ समय बाद इन दोनों कंपनियों के सिम काम करना बंद कर दें. जानकारी के मुताबिक ये दोनों कंपनियां जल्द अपने आपको दिवालिया घोषित कर दें. इसकी भी सुगबुगाहट है कि कंपनियां अपने बकाए देने में नाकाम साबित हो रही हैं. बताते चलें कि कुछ साल पहले ही आइडिया मोबाइल कंपनी का वोडाफोन में विलय हुआ है.
वोडाफोन-आइडिया का दिवालिया होना भारत में भूंकप होगा
जानकारों का कहना है कि वोडाफोन और आइडिया ने मौजूदा अडजेस्टड ग्रोस रेवेन्यू (AGR) के तहत अपने बकाए चुकाने में असमर्थता जताई है. इतनी बड़ी कंपनियों द्वारा पैसा नहीं चुका पाने का सीधा लिंक इस बात से लगाया जा रहा है कि जल्द कंपनियां अपने को दिवालिया घोषित करने की अर्जी दाखिल कर सकते हैं.
सरकार उठा रही है ये कदम
सरकार, टेलीकॉम सर्विस प्रोवाइडर्स (टीएसपी) के ‘तत्काल’ स्पेक्ट्रम उपयोग शुल्क व लाइसेंस शुल्क के भुगतान में विफल रहने पर उनके बैंक गारंटी को भुनाने की कार्रवाई कर सकती है. सरकार यह कदम सुप्रीम कोर्ट द्वारा बीते साल 24 अक्टूबर को स्पेक्ट्रम उपयोग शुल्क व लाइसेंस शुल्क को लेकर दिए गए आदेश के अनुपालन के मद्देनजर उठा सकती है. सूत्रों का कहना है कि इस कदम का सबसे ज्यादा असर वोडाफोन और आइडिया पर पड़ने वाला है क्योंकि इन दोनों कंपनियों को लगभग 53,000 करोड़ रुपये का भुगतान करना है. लेकिन साफ नजर आ रहा है कि दोनों कंपनियां भुगतान करने में समर्थ नहीं है.
विभिन्न दूरसंचार सर्किल को लिखे पत्र में दूरसंचार विभाग (डीओटी) की जोनल दूरसंचार इकाइयों ने टीएसपी के साथ संचार में बैंक गारंटी के भुनाने का मुद्दा स्पष्ट रूप से नहीं उठाया है, लेकिन उन्होंने ‘बिना आगे किसी नोटिस के लाइसेंसिंग के तहत आवश्यक कार्रवाई’ का उल्लेख किया है, जो दो कार्रवाई की तरफ संकेत देता है- या तो बैंक गारंटी को भुनाना या लाइसेंस को रद्द करना.