हेग। कुलभूषण जाधव पर भारत अगले साल 18 फरवरी को पाकिस्तान के झूठ से पर्दा उठाएगा. इंटरनेशनल कोर्ट (ICJ) में अगले वर्ष 18 से 21 फरवरी तक कुलभूषण जाधव पर सुनवाई होगी. यह सुनवाई दो राउंड में होगी. पहले भारत को इसमें अपना पक्ष रखने का मौका दिया जाएगा, उसके बाद पाकिस्तान अपनी बात रखेगा.
18 फरवरी 2019 को पहले राउंड में सुबह 10 बजे से एक बजे तक भारत को अपनी बात रखने का मौका मिलेगा. अगले दिन यानि 19 को पाकिस्तान का नंबर होगा. उसे भी सुबह 10 से दोपहर एक बजे तक का समय दिया जाएगा.
दूसरे राउंड में 20 फरवरी को दोपहर तीन से साढ़े चार बजे तक भारत को जबकि पाकिस्तान को 21 फरवरी को शाम साढ़े चार से 6 बजे तक अपना पक्ष रखने का समय मुकर्रर किया गया है.
पाकिस्तान में इमरान खान की सरकार बनने के बाद भी उसके रुख में कोई बर्ताव नहीं आया है. पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने अगस्त में दावा किया था कि भारतीय नागरिक कुलभूषण जाधव के खिलाफ पाकिस्तान के पास ‘ठोस सबूत’ हैं और उसे अंतरराष्ट्रीय अदालत में उसके खिलाफ मामले में जीतने की उम्मीद है.
गौरतलब है कि 47 वर्षीय जाधव को पाकिस्तान की एक सैन्य अदालत ने जासूसी के आरोप में अप्रैल 2017 में मौत की सजा सुनायी थी. भारत ने उसी वर्ष मई में उस फैसले के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय अदालत का दरवाजा खटखटाया था. अंतरराष्ट्रीय अदालत ने भारत की अपील पर जाधव की फांसी पर रोक लगा दी.
पाकिस्तान का कहना है कि उसके सुरक्षा बलों ने जाधव को बलूचिस्तान प्रांत से मार्च 2016 में तब गिरफ्तार किया था जब वह कथित रूप से ईरान से देश में घुसे थे. पाकिस्तान ने अंतरराष्ट्रीय अदालत में कहा है कि जाधव कोई सामान्य व्यक्ति नहीं है, बल्कि उसने जासूसी और तोड़फोड़ के इरादे से देश में प्रवेश किया था.
वहीं भारत ने शुरू से ही इन आरोपों से इनकार किया है और कहा है कि जाधव का अपहरण ईरान से किया गया था जहां वह नौसेना से सेवानिवृत्त होने के बाद अपने व्यापार के सिलसिले में रह रहे थे, लेकिन उनका सरकार से कोई सम्पर्क नहीं था.