सुशांत सिंह राजपूत की मौत ने कई अनसुलझे सवाल अपनी पीछे छोड़ दिए हैं. एक्टर्स, डायरेक्टर्स समेत तमाम बॉलीवुड जगत सुशांत की मौत पर दुखी है. 34 साल की उम्र में यूं एक्टर का मौत को गले लगाना, किसी की समझ नहीं आ रहा. हर कोई अपना अपना रिएक्शन दे रहा है. एक्टर-डायरेक्टर शेखर कपूर ने भी सुशांत की मौत पर अपना दुख जताया है. उन्होंने ट्वीट कर एक्टर के सुसाइड को बेहद दुखदायी बताया है.
शेखर कपूर ने ट्वीट किया- ‘तुम जिस दर्द से गुजर रहे थे उसका मुझे एहसास था. जिन लोगों ने तुम्हें कमजोर बनाया और जिनके कारण तुम मेरे कंधे पर सिर रखकर आंसू बहाते थे, उनकी कहानी मैं जानता हूं. काश पिछले 6 महीने मैं तुम्हारे साथ होता. काश तुमने मुझसे बात की होती. जो कुछ भी हुआ वो किसी और के कर्म थे, तुम्हारे नहीं’. शेखर का ये पोस्ट कई बातों की ओर इशारा कर रहा है. जैसा कि चर्चा है सुशांत इंडस्ट्री के टॉप डायरेक्टर्स द्वारा काम नहीं दिए जाने के कारण हताश थे. चर्चा ये भी है कि कुछ बड़े बैनर्स के साथ सुशांत के काम करने पर रोक लगा दी गई थी. हालांकि ये बातें कितनी सच है इसका सबूत किसी के पास नहीं है.
I knew the pain you were going through. I knew the story of the people that let you down so bad that you would weep on my shoulder. I wish Iwas around the last 6 months. I wish you had reached out to me. What happened to you was their Karma. Not yours. #SushantSinghRajput
शेखर कपूर और सुशांत सिंह राजपूत, फिल्म ‘पानी’ में साथ काम करने वाले थे. इस फिल्म को कान्स फिल्म फेस्टिवल में भी अनाउंस किया गया था लेकिन यशराज बैनर के हाथ खींच लेने के चलते ये फिल्म ठंडे बस्ते में चली गई थी. रिपोर्ट्स थीं कि शेखर इस फिल्म को ऋतिक रोशन के साथ बनाना चाहते थे लेकिन आशुतोष गोवारिकर की मोहनजोदारो के चलते ऋतिक इस प्रोजेक्ट का हिस्सा नहीं बन पाए थे. इसके अलावा शेखर इस फिल्म में किसी हॉलीवुड स्टार को लेना चाहते थे, लेकिन आखिरकार उन्होंने सुशांत सिंह राजपूत को सिलेक्ट कर लिया था.
शेखर कपूर ने यह भी कहा था कि सुशांत ने इस प्रोजेक्ट के लिए कड़ी मेहनत की थी. और जब यशराज ने इस फिल्म को बनाने से मना कर दिया था तो वे काफी निराश हुए थे.
वहीं सुशांत की मौत के बाद अब लोग करण जौहर, आलिया भट्ट जैसे सेलेब्स को ट्रोल कर रहे हैं. लोग कह रहे हें कि सुशांत कोई स्टार किड नहीं थे, इसलिए उन्हें इंडस्ट्री में नेपोटिज्म का सामना करना पड़ रहा है.