बिकरू गांव शूटआउट के बाद इन मददगारों की भूमिका अभी तक सामने नहीं आई है. लेकिन इनके माध्यम से विकास के बारे में कई जानकारियां जुटाई जा रही हैं. इनमें से ही एक मददगार लखनऊ में खरीदी गई विकास दुबे की एक सम्पत्ति में गवाह भी है. इनमें दो मददगार अक्सर लखनऊ के कृष्णानगर स्थित विकास के घर में उससे और उसके भाई दीप प्रकाश से मिलने आते थे.
विकास दुबे के भाई दीप प्रकाश की पत्नी अंजलि इनमें से एक मददगार के साथ ही बिकरू गांव तक प्रधानी से जुड़े काम के दस्तावेज पहुंचवाती थीं. एसटीएफ इन विकास दुबे के इन मददगारों से एक दो दिन के अंदर पूछताछ कर सकती है. सूत्रों के मुताबिक एसटीएफ ने 12 मोबाइल फोन की कॉल डिटेल्स से भी कई जानकारियां हासिल की हैं.