भारत के पूर्व क्रिकेटर और कमेंटेटर संजय मांजरेकर को भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड कमेंट्री पैनल से बाहर का रास्ता दिखा चुका है। आईसीसी वनडे वर्ल्ड कप 2019 के सेमीफाइनल मैच में भारत की हार पर कमेंट के अलावा 2019-20 में संजय मांजरेकर अपने विवादिक कमेंट्स के चलते सुर्खियों में छाए रहे थे। इसके खिलाफ एक्शन लेते हुए बीसीसीआई ने उन्हें इस साल मार्च में भारत और दक्षिण अफ्रीका वनडे सीरीज से पहले कमेंट्री पैनल से हटा दिया था। बोर्ड ने हालांकि, अधिकारिक पुष्टि नहीं की थी, लेकिन मांजरेकर दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ धर्मशाला वनडे में कमेंट्री पैनल का हिस्सा नहीं थे। इस यह बात स्पष्ट हो गई थी कि उन्हें हटा दिया गया है। 55 साल के संजय मांजरेकर की नजरें आईपीएल 2020 के कमेंट्री पैनल में वापसी पर हैं।
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, संजय मांजरेकर ने बोर्ड को एक खत लिखा है और वादा किया है कि वह आगे से सभी गाइडलाइन्स का पालन करेंगे। यह बीसीसीआई को उनके द्वारा लिखा गया दूसरा ईमेल है।
संजय मांजरेकर ने ईमेल में लिखा है, ”बीसीसीआई के आदरणीय सदस्यों, उम्मीद है आप सब ठीक होंगे। आपको पहले ही मेरा ईमेल मिल चुका है, जिसमें मैंने बतौर कमेंटेटेर अपनी पोजिशन के बारे में लिखा है। आईपीएल की तारीखों का ऐलान हो चुका है। ऐसे में अब बीसीसीआई.टीवी जल्द ही कमेंट्री पैनल का चुनाव करेगा। मुझे आपके द्वारा निर्धारित दिशानिर्देशों के अनुसार काम करने में खुशी होगी। हम सब इस बात पर काम कर रहे हैं कि आपकी जरूरत क्या है। पिछली बार शायद इस मुद्दे को लेकर पूरी तरह स्पष्टता नहीं थी। धन्यवाद, सादर।”
दरअसल, संजय मांजरेकर भारतीय ऑल राउंडर रवींद्र जडेजा को ‘बिट्स एंड पिसेस’ खिलाड़ी कहकर विवादों में आए थे। उनकी इस टिप्पणी पर जडेजा काफी नाराज हो गए थे और उन्होंने मांजरेकर पर हमला बोला था। मांजरेकर की इस टिप्पणी के बाद जडेजा ने भी उनपर निशाना साधते हुए ट्वीट किया था। इसके बाद भारत और बांग्लादेश के बीच खेले जा रहे पिंक बॉल टेस्ट मैच के दौरान मांजरेकर ने हर्षा भोगले पर सवाल उठाए थे, जिसके बाद उन्हें काफी आलोचना का सामना करना पड़ा था। हालांकि, इसके बाद उन्होंने माफी मांगी थी।
मांजेरकर दो बार बीसीसीआई को मेल कर चुके हैं। अब देखना होगा कि क्या बीसीसीआई ने उन्हें कमेंट्री पैनल में शामिल करता है? टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि सुनील गावस्कर कमेंट्री की जिम्मेदारी संभालने के लिए यूएई रवाना होंगे। हालांकि, कोरोना वायरस महामारी की वजह से सरकार ने वरिष्ठ नागरिकों और बच्चों को घर पर ही रहने की सलाह दी है।