अयोध्या तैयार है, रामलला के भव्य मंदिर के निर्माण का कार्य आज से आरंभ हो जाएगा । इससे पहले असदुद्दीन ओवैसी ने एक ट्वीट कर बाबरी मस्जिद को याद किया । ओवैसी ने भूमि पूजन से ठीक पहले इस ट्वीट के जरिए अपना विरोध जताया । ओवैसी ने ट्वीट कर कहा कि बाबरी मस्जिद थी, है और रहेगी इंशा अल्लाह । सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद से ही ओवैसी लगातार मंदिर के हक में आए फैसले को लेकर अपनी नाराजगी जता रहे हैं । आज एक बार फिर उन्होने अपना विरोध दर्ज कराया है ।
सुप्रीम कोर्ट में अयोध्या मसले पर आए फैसले के बाद से ही असदुद्दीन ओवैसी इसे बहुसंख्यकों को खुश करने का फैसला बताते आए हैं । वो अदालत के आदेश के बाद से ही अलग- अलग मौकों पर अपनी नाराजगी जताते रहे हैं । ओवैसी ने ट्वीट में दो तस्वीरें भी शेयर की हैं । ओवैसी के मुताबिक एक बार जहां पर मस्जिद तामीर हो जाती है, वो हमेशा मस्जिद ही रहती है । उन्होने ट्वीट में लिखा है – बाबरी मस्जिद थी, है और रहेगी इंशा अल्लाह ।
दरअसल श्री अयोध्या तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने जब से मंदिर निर्माण शुरू करने के लिए 5 अगस्त की तारीख तय की है, तब से असदुद्दीन ओवैसी एक बार फिर सक्रिय हो गए हैं । वो लगातार मीडिया के अलग अलग तबकों से बातचीत कर रहे थे और लगातार अपील कर रहे थे कि पीएम मोदी इस कार्यक्रम में शामिल न हों
असद्दुदीन ओवैसी के मुताबिक भारत एक सेकुलर देश है, किसी भी धर्म निरपेक्ष देश में संवैधानिक पद पर बैठा कोई भी व्यक्ति किसी भी धार्मिक कार्यक्रम में शामिल नहीं हो सकता । ओवैसी के मुताबिक ऐसा करने से देश का संविधान खतरे में पड़ जाएगा । हांलाकि ओवैसी की अपील पर मोदी सरकार ने कोई गौर नहीं किया । आज पीएम अयोध्या नगरी में हैं, और कुछ ही क्षणों में शुभ मुहूर्त पर चांदी की ईंट रखकर मंदिर का शिलान्यास करेंगे ।