भारतीय क्रिकेट फैंस इन दिनों फूले नहीं समा रहे थे, क्योंकि हाल ही में कोरोना वायरस महामारी के बीच इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के 13वें सीजन का ऐलान हुआ था। बीसीसीआइ ने आइपीएल का आयोजन यूएई में कराने का फैसला किया था, जिसका आगाज 19 सितंबर से होने जा रहा है। इस आइपीएल में भारतीय टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धौनी भी नजर आने वाले हैं, लेकिन इससे पहले एमएस धौनी ने अपने फैंस को तगड़ा झटका दिया है।
दरअसल, एमएस धौनी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से आजाद हो गए हैं। इंटरनेशनल क्रिकेट से आजादी के मायने ये हैं कि अब कभी भी भारत के लिए इंटरनेशनल क्रिकेट नहीं खेल पाएंगे। 15 अगस्त यानी कि देश के स्वतंत्रता दिवस के खास मौके पर उन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कहा है। एक साल से ज्यादा समय से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से दूर रहने वाले एमएस धोनी को लेकर काफी समय से चर्चाएं थीं कि वे संन्यास लेने वाले हैं, क्योंकि वे क्रिकेट की दुनिया में एक्टिव नहीं थे।
वो धौनी का आखिरी मैच था
एमएस धौनी ने अपना आखिरी मैच वर्ल्ड कप 2019 में खेला था, जब वे न्यूजीलैंड के खिलाफ भारतीय टीम की नीली जर्सी में मैदान पर उतरे थे। एमएस धोनी ने उस मैच में कठिन परिस्थितियों में अर्धशतक जड़ा था, लेकिन भारतीय टीम को फाइनल में नहीं पहुंचा पाए थे। उस दिन धोनी काफी मायूस नजर आ रहे थे। कई क्रिकेट पंडितों ने तो यहां तक कह दिया था कि वे आखिरी बार मैदान पर उतर गए हैं और शायद कभी नीली जर्सी में नजर नहीं आएं। ऐसा हो भी गया।
एमएस धौनी भारत के ही नहीं, बल्कि दुनिया के सबसे सफल कप्तानों में गिने जाते हैं, क्योंकि वे एकमात्र ऐसे कप्तान हैं, जिन्होंने आइसीसी की सारी ट्रॉफियां जीती हैं। टी20 वर्ल्ड कप हो या वनडे वर्ल्ड कप या फिर आइसीसी चैंपियंस ट्रॉफी धौनी ने सारे खिताब देश को दिलाए हैं। धौनी ने 2007 में बतौर कप्तान टी20 वर्ल्ड कप जीता था, जबकि 2011 में वनडे विश्व कप विजेता धौनी थे। इसके अलावा 2013 की आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी भी धौनी ने देश को जिताई थी।
चौंकाने वाले फैसले लेने वाले कप्तान
रांची में जन्मे धौनी हैरान करने वाले फैसलों के लिए काफी फेमस हैं, क्योंकि टी20 वर्ल्ड कप में न्यूकमर जोगिंदर शर्मा से आखिरी ओवर में गेंदबाजी कराने की बात हो या फिर वर्ल्ड कप 2011 के फाइनल में खुद के बैटिंग ऑर्डर में ऊपर आने की बात हो। धौनी हमेशा चौंकाते रहे। धौनी ने आइसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2013 के फाइनल में अश्विन से गेंदबाजी कराके भी सभी को हैरान किया था, जबकि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज के बीच में संन्यास लेने का फैसला भी धौनी का चौंकाने वाला था। ठीक इसी तरह जिस तरह 15 अगस्त को उन्होंने अपने डेढ़ दशक पुराने करियर को अलविदा कहा है।