कल नई कोपलें फूटेंगीं, कल नए फूल मुस्काएंगे और नई घास के नए फर्श पर नए पांव इठलाएंगे। वो मेरे बीच नहीं आए, मैं उनके बीच में क्यों आऊं। उनकी सुबहों और शामों का मैं एक लम्हा क्यों पाऊं। मैं पल दो पल का शायर हूं। पल दो पल मेरी कहानी है। पल दो पल मेरी हस्ती है..अमिताभ बच्चन के इन बोलों के साथ कभी-कभी फिल्म का अंत हुआ था। इन्हीं बोलों के साथ क्रिकेट के अमिताभ बच्चन महेंद्र सिंह धौनी ने अपने अंतरराष्ट्रीय करियर का अंत किया है।
एकाएक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास का फैसला लेकर उन्होंने साफ-साफ संदेश दिया कि वह युवाओं के लिए रास्ता नहीं रोकेंगे। अगर धौनी संन्यास का ऐलान नहीं करते तो रिषभ पंत, संजू सैमसन और ईशान किशन जैसे खिलाड़ियों पर आइपीएल में दवाब होता। उनके एक बेहद करीबी शख्स ने दैनिक जागरण से कहा कि इस साल ऑस्ट्रेलिया में T20 विश्व कप होना था और धौनी उसके लिए अपने आपको फिट रख रहे थे, लेकिन उसके 2021 तक खिसकने के कारण उन्होंने यह फैसला लिया। निश्चित तौर पर अब रिषभ पंत को विकेटकीपर के तौर पर और मौका मिलेगा।
श्रीनिवासन से मिलने के बाद लिया फैसला
धौनी के लिए चेन्नई सुपर किंग्स (सीएसके) और उसके मालिक एन. श्रीनिवासन बहुत बड़ा दर्जा रखते हैं। 2019 विश्व कप में न्यूजीलैंड के खिलाफ सेमीफाइनल मुकाबला हारने के बाद से धौनी ने कोई मुकाबला नहीं खेला था। तब से उनके भविष्य को लेकर सवाल उठ रहे थे। वह सीएसके के बाकी साथियों के साथ शुक्रवार को चेन्नई पहुंचे। टीम के साथियों से मिलने के बाद उन्होंने श्रीनिवासन से मुलाकात की और शनिवार को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास का ऐलान कर दिया।
भारत के 2019 विश्व कप के बाद ही दैनिक जागरण ने बताया था कि यह उनका आखिरी अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट होगा, लेकिन उन्होंने संन्यास नहीं लिया और हर बार की तरह जब किसी को उम्मीद नहीं थी तब उन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट का संन्यास लिया। ऐसा ही उन्होंने टेस्ट से संन्यास लेते समय और वनडे व टी-20 की कप्तानी छोड़ते समय किया था। विश्व कप में न्यूजीलैंड के खिलाफ सेमीफाइनल मुकाबले में मिली हार के बाद कप्तान विराट कोहली से जब पूछा गया था कि क्या धौनी ने उन्हें अपने भविष्य के बारे में कुछ बताया है तो उन्होंने इन्कार करते हुए कहा था कि नहीं हमारी इस बारे में कोई बात नहीं हुई है।
अपनी धीमी बल्लेबाजी के लिए आलोचना का केंद्र बने धौनी ने न्यूजीलैंड के खिलाफ 72 गेंदों पर 50 रनों की जुझारू पारी खेली थी। अगर वह रन आउट नहीं होते तो शायद भारत सेमीफाइनल में भी पहुंच जाता। जब न्यूजीलैंड के कप्तान केन विलियमसन से पूछा गया था कि अगर आप भारत के कप्तान होते तो क्या धौनी को अपनी टीम में रखते तो उन्होंने हंसते हुए कहा कि वह न्यूजीलैंड के लिए खेलने के लिए पात्र नहीं हैं। वह विश्व स्तरीय खिलाड़ी हैं। उन्होंने भारत को बहुत मैच जिताए हैं। उन्होंने फिर हंसते हुए कहा था कि क्या वह अपनी राष्ट्रीयता बदल रहे हैं?
धौनी ने हमेशा चौंकाया
धौनी ने वर्ष 2014 के आखिरी में ऑस्ट्रेलिया में बीच टेस्ट सीरीज से क्रिकेट के सबसे बड़े प्रारूप से संन्यास ले लिया था। 2017 में अचानक ही उन्होंने वनडे व टी-20 की कप्तानी का त्याग किया। उस समय उन्होंने कहा था कि नए कप्तान को आने वाले वर्ल्ड कप के लिए टीम बनाने का मौका मिलेगा, लेकिन वे अपना सहयोग देते रहेंगे। धौनी ने अब 15 अगस्त 2020 को इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कह दिया।