लखनऊ। उपभोक्ताओं के लिए बिजली अभियंताओं का कार्य बहिष्कार पहले दिन ही मुश्किल भरा रहा। हजारों बिजली उपभोक्ताओं को अभियंताओं के कमरों में ताला पड़ा होने से परेशानी उठानी पड़ी। कोई बिल संशोधन के लिए आया था तो किसी को नए कनेक्शन के लिए आवेदन करना था।
सुबह दस बजे उपकेंद्र पहुंच जाने के बाद जब जेई, एसडीओ दोपहर एक बजे तक नहीं पहुंचे तो संविदा कर्मियों से पता किया तो बताया गया कि अभियंता कार्य बहिष्कार पर हैं और कोई नहीं आएगा। इससे नाराज उपभोक्ताओं ने बिजली विभाग व प्रदेश सरकार के बीच बेहतर तालमेल न हाेने के कारण नाराजगी भी जताई। गोमती नगर, चिनहट, ठाकुरगंज, चौक, राजभवन, हुसैनगंज, नादरगंज, बीकेटी, सेस के सभी सभी खंडों में बुरा हाल रहा। इंदिरा नगर, मुंशी पुलिया, महानगर, विश्वविद्यालय, ऐशबाग, अमीनाबाद, राजाजीपुरम, सीतापुर रोड, रहीमनगर, कानपुर रोड, वृंदावन, आलमबाग खंडों से पोषित उपकेंद्रों पर उपभोक्ताओं में काम न होने के कारण नाराजगी दिखी।
गोमती नगर के विश्वास खंड स्थित उपकेंद्र में सुबह दस बजे ही विनीत खंड निवासी प्रेम नाथ यादव अपना बिल व सीलिंग सर्टिफिकेट लेकर पहुंच गए थे। प्रेम के मुताबिक पंद्रह दिन पहले चेक मीटर लगा था, मीटर खुलकर आ गया है और बिल संशोधन कराने के लिए मीटर सेक्शन में आए थे। सभी अभियंताओं के कमरों में एसी चल रहे थे, लेकिन अभियंता नदारद थे। संविदा कर्मी ने बताया कि कोई नाम नहीं हाेगा, तब वह गए। यही हाल चिनहट के शिवपुरी निसार खान, प्रदीप अवस्थी अपने बिल संशोधन के लिए थे। इनमें प्रदीप को अपना वाणिज्यक कनेक्शन कटवाना था। वहीं तिवारी गंज निवासी राम संजीवन दो किलोवॉट का बिजली कनेक्शन करवाने के लिए जेई से मिलने आए थे। अहिबरनपुर उपकेंद्र में उपभोक्ता राकेश कुमार अपना फेस चेंज करवाने के लिए थे, संविदा कर्मियों ने कहा कि शिकायत लिख दो, खाली होने पर स्टाफ भेज देंगे। इसी तरह उतरेठिया, वृंदावन, अर्जुनगंज, मलिहाबाद, बीकेटी उपकेंद्रों में उपभोक्ताओं से जुड़े कोई काम नहीं हुए।
बड़े साहब की कुर्सी भी खाली पड़ी रही
लेसा के 26 खंडों में से कोई अधिशासी अभियंता अपने कमरों में नहीं बैठा। कुछ खंडों में चंद मिनट के लिए बड़े साहब यानी अधिशासी अभियंता आए और चलते बने। कमरों में कही ताला मिला तो कही चेंबर में बाबू पुराने काम निस्तारित करते मिले। गोमती नगर खंड में अधिशासी अभियंता मुनीष चोपड़ा भी काम काज देखने के बाद संविदा कर्मियों से मोर्चा संभालने की सीख देकर चले गए।
उपकेंद्रों पर पुलिस देख कई उपभोक्ता लौट गए
लेसा के सभी उपकेंद्रों पर उपनिरीक्षक व सिपाही तैनात थे। बीच बीच में स्थानीय थानाध्यक्ष भी उपकेंद्रों का चक्कर लगा रहे थे। कई उपभोक्ता फोर्स देखकर पहले तो घबरा गए, जब पता चला कि अभियंता कार्य बहिष्कार पर हैं और जिला प्रशासन ने पुलिस लगवाई है तो राहत की सांस ली।
उपकेंद्राें पर नही दिखे कोई अफसर
जिला प्रशासन ने उपकेंद्रों पर अलग अलग विभाग के अधिकारियों की ड्यूटी लगाई थी। कई उपकेंद्रों में संबंधित अधिकारी दोपहर दो बजे तक नहीं पहुंचे थे। डयूटी पर भी वहीं सब स्टेशन ऑपरेटर तैनात थे, जिनकी ड्यूटी रात से लगी थी।