गोंडा। उत्तर प्रदेश के गोंडा में तीन बहनों पर एसिड फेंकने के मामले में आरोपित आशीष की मंगलवार की रात पुलिस से मुठभेड़ हो गई। आरोपित के दाहिने पैर में गोली लगी है। इलाज के लिए उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया है।
घेराबंदी कर आरोपित को दबोचा
एसपी शैलेश कुमार पांडेय ने बताया कि एसिड कांड के मामले में छानबीन की जा रही थी। इस मामले में गांव के ही आशीष का नाम सामने आया था। पुलिस व स्वाट टीम को आशीष की तलाश में लगाया गया था। मंगलवार की रात पुलिस को सूचना मिली कि आशीष बाइक से कर्नलगंज के रास्ते हुजूरपुर मार्ग से होते हुए निकल रहा है। इस पर पुलिस टीम ने घेराबंदी की। सोनवार गांव के पास पुलिस व आरोपित आशीष आमने-सामने आ गए। एएसपी महेंद्र कुमार के मुताबिक, पुलिस ने उसे रूकने का इशारा किया, जिस पर आशीष ने पुलिस पर फायर कर दिया। जवाब में पुलिस ने भी फायर किया। इसमें एक गोली आशीष के दाहिने पैर में लगी, वह बाइक समेत गिर पड़ा। इसके बाद पुलिस ने उसे सीएचसी ले आई। अधीक्षक डॉ. सुरेश चंद्रा का कहना है कि घायल आशीष का इलाज किया जा रहा है।
मामला परसपुर क्षेत्र के पसका गांव का है। जहां के रामऔतार (बदला नाम) की तीन बेटियों पर सोते समय तेजाब फेंका गया है। इन तीनों का जिला अस्पताल में इलाज चल रहा है। इसके साथ ही पुलिस मामले की जांच कर रह रही है। गोंडा के परसपुर थाना क्षेत्र के पसका गांव के सदस्य क्षेत्र पंचायत (बीडीसी) अनुसूचित जाति रामऔतार (बदला नाम) की तीन बेटियों पर सोते समय तेजाब फेंका गया। इसमें बड़ी बेटी का चेहरा झुलस गया है। जबकि दो बेटियों का शरीर आशिंक रूप से जला है। तीनों का जिला अस्पताल में इलाज चल रहा है। जिस कमरे में बेटियां सो रही थीं। वहां से उनका टूटा हुआ मोबाइल फोन मिला है। इसके साथ ही तेजाब की बोतल भी घर के बाहर मिली है