वेबसीरीज आश्रम (Aashram) में बॉबी देयोल के साथ महत्वपूर्ण किरदार निभाने वाली एक्ट्रेस अनुप्रिया गोयनका (Anupriya Goenka) ने हाल ही में अपनी जिंदगी का एक ऐसा राज खोला है, जिसमें एक आध्यात्मिक गुरु के साथ उनका एक अप्रिय अनुभव जुड़ा हुआ है.
इंटरव्यू में कबूली ये बात
टाइम्स ऑफ इंडिया के ई-टाइम्स से बातचीत करते हुए उन्होंने उस घटना के बारे में खुलकर बताया, जिसके चलते उनके दिमाग पर काफी गलत प्रभाव पड़ा था. उन्होंने इस इंटरव्यू में कहा कि, ‘मेरे पिताजी काफी हद तक आध्यात्मिक रुझान रखते हैं. आध्यात्मिकता की मेरी और उनकी परिभाषाएं एकदम ही अलग हैं. आध्यात्मिकता की मेरी परिभाषा है कि जब आप ब्रह्मांड में यकीन करते हैं, किसी बाहरी ताकत के अस्तित्व को स्वीकार करना जो हम सबसे ऊपर है, अच्छे विचारों को मानना और ये मानना कि हमसे बड़ी ताकत भी है, शायद ऊर्जा. मेरा मानना है कि भगवान है, क्योंकि ये हम सबको अच्छा महसूस करवाता है. मेरा मानना है कि भगवान है लेकिन मेरे लिए आध्यात्मिकता का मतलब जिंदगी में कुछ अर्थपूर्ण कार्य करना है. चाहे वो मेरे आसपास के लोगों के लिए हों, चाहे मेरे परिवार, दोस्तों या बड़े रूप में समाज के लिए हों. अगर मैं ये सब करने में समर्थ हूं तो मैं अपनी आध्यात्मिकता के साथ संपर्क में हूं या फिर उस मार्ग पर हूं.’
‘आध्यात्मिकता के कारण हुई काफी परेशानी’
लेकिन पिता के लिए आध्यात्मिकता का मतलब हमेशा साधू, साध्वी को पागलपन की हद तक ढूंढना, और उसके लिए अपना सब कुछ छोड़कर अपनी आस्था के लिए बाकी सारे काम छोड़कर समर्पित कर देना रहा है. इससे वाकई में परिवार को काफी नुकसान हुआ क्योंकि उनका ध्यान परिवार पर, अपनी जिम्मेदारियों पर केन्द्रित नहीं था. इसे चलते वो एक पिता के तौर पर, एक पति के तौर पर अपनी जिम्मेदारियों से बचते रहे. इसके चलते वो कोई भी काम करने में एक तरह से अक्षम हो गए. इसके चलते हमारे परिवार को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा था.
‘आध्यात्मिक संत के गलत इरादों का अनुभव हुआ’
अनुप्रिया ने आगे बताया कि, ‘और मुझे एक आध्यात्मिक संत के गलत इरादों का अनुभव भी हुआ, जिसने मेरा फायदा लेने की कोशिश की और ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि मेरी उम्र काफी कम थी और मेरा परिवार उस पर जरूरत से ज्यादा विश्वास करता था. वह वो व्यक्ति था जो काफी व्यवहारिक और तार्किक बातें करता था और मैंने उस पर भरोसा करना शुरू कर दिया था. मेरा पूरा परिवार उस पर काफी आस्था रखता था, और उसने 17-18 साल की उम्र में मेरा फायदा लेने की कोशिशें शुरू कर दीं और ये बात मुझे काफी लम्बे समय तक डराती रही.’
‘मेरी जिंदगी का काफी बुरा तर्जुबा’
शुक्र है, कि मैं भले ही काफी छोटी थी, लेकिन मैंने उसे अपना फायदा नहीं लेने दिया और उस स्थिति से बचकर निकल पाने में कामयाब हो पाई क्योंकि मुझे पता था कि मुझे अपने अंदर की आवाज को सुनना था, हालांकि मुझे खुद उस आवाज से काफी देर तक लड़ना पड़ा था. मैंने उसके इरादे कुछ मुलाकातों में ही भांप लिए थे, मुझे अहसास हुआ कि कुछ तो अलग है. मैं खुद की सोच पर ही संदेह करती रही क्योंकि मैं उस पर काफी विश्वास करने लगी थी. ये मेरी जिंदगी का काफी बुरा तर्जुबा था.’ आपको बता दें कि आश्रम 2- द डार्क साइड 11 नवम्बर 2020 से एमएक्स प्लेयर पर स्ट्रीम करने लगी है.