नई दिल्ली। UAE बेस्ड भारतीय मूल के अरबपति बीआर शेट्टी (BR Shetty) की फिनाब्लर पीएलसी (Finablr Plc) अपना कारोबार इजराइल-UAE कंजोर्टियम को मात्र $1 (73.52 रुपये) में बेच रही है. बता दें कि पिछले साल से ही बीआर शेट्टी के सितारे डूबने शुरू हो गए थे. उनकी कंपनियों पर न सिर्फ अरबों डॉलर का कर्ज है बल्कि उनके खिलाफ फर्जीवाड़े की जांच भी की जा रही है. पिछले दिसंबर में उनके बिजनेस की मार्केट वैल्यू 1.5 बिलियन पाउंड ($2 बिलियन) रह गई थी जबकि उन पर एक अरब डॉलर का कर्ज बताया जा रहा था.
GFIH के साथ समझौता
बीआर शेट्टी की फाइनेंशियल सर्विस कंपनी फिनाब्लर ने घोषणा की कि वह ग्लोबल फिनटेक इन्वेस्टमेंट्स होल्डिंग (Global Fintech Investments Holding) के साथ एक समझौता कर रही है. GFIH इजराइल के प्रिज्म ग्रुप (Prism Group) की सहयोगी कंपनी है जिसे Finablr Plc लिमिटेड अपनी सारी संपत्ति सेल कर रही है. जानकारी के लिए बता दें कि इजरायल के पूर्व प्रधानमंत्री एहुद ओलमर्ट (Ehud Olmert) से जुड़े प्रिज्म ग्रुप ने लेन-देन के संबंध में अबू धाबी के रॉयल स्ट्रेटेजिक पार्टनर्स (Royal Strategic Partners) के साथ एक कंजोर्टियम का गठन किया है.
फिनाब्लर पर $1 बिलियन का कर्ज
पिछले साल दिसंबर में फिनाब्लर की मार्केट वैल्यू $ 2 बिलियन थी. कंपनी द्वारा इसी साल अप्रैल साझा की गई जानकारी के मुताबिक उसपर $1 बिलियन से ज्यादा का कर्ज है. बाताया जा रहा है कि यह सौदा संयुक्त अरब अमीरात और इजराइल की कंपनियों के बीच महत्वपूर्ण वाणिज्यिक लेनदेन (significant commercial transactions) को लेकर भी है, क्योंकि दोनों देशों ने इस साल की शुरुआत में सामान्यीकरण समझौते पर हस्ताक्षर किए थे. उसी दौरान से बैंकिंग से लेकर मोबाइल फोन सेवाओं तक जैसी डीलों पर दोनों देशों के सिग्नेचर हैं.
Finablr Plc के अलावा शेट्टी की अबु धाबी स्थित कंपनी एनएमसी हेल्थ के शेयरों में दिसंबर में 70 प्रतिशत की गिरावट देखी गई थी. भारतीय मूल के अरबपति शेट्टी की कंपनियों के खिलाफ फर्जीवाड़े के भी आरोप लगे हैं. लिहाजा पिछले साल ही उनकी कंपनियों के शेयरों को स्टॉक एक्सचेंज पर कारोबार करने पर रोक लग चुकी थी. इस तरह से शेट्टी की कंपनियों की साख पूरी तरह से बाजार से गिर चुकी थी. कोई कंपनी उनके बिजनेस में निवेश करने की इच्छुक नहीं थी. ऐसे में दो देशों के बीच बने कंजोर्टियम ने साख खो चुकी कंपनी को लेने का फैसला किया है.
मात्र 8 डॉलर लेकर पहुंचे थे यूएई
बता दें कि यूएई में हेल्थकेयर इंडस्ट्री में काफी संपत्ति बनाने वाले 77 साल के शेट्टी पहले भारतीय हैं. उन्होंने 1970 में एनएमसी हेल्थ की शुरुआत की थी, जो आगे चलकर साल 2012 में लंदन स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्ट होने से पहले देश की अपने तरह की पहली कंपनी बनी. कहा जाता है कि 70 के दशक में शेट्टी महज आठ डॉलर लेकर यूएई पहुंचे थे और मेडिकल रिप्रेजेंटेटिव के रूप में अपने करियर की शुरुआत की थी.
ऐसे खड़ा किया बिजनेस एंपायर
बीआर शेट्टी ने 1980 में अमीरात के सबसे पुराने रेमिटेंस बिजनेस यूएई एक्सचेंज की शुरुआती की. यूएई एक्सचेंज, यूके की एक्सचेंज कंपनी ट्रैवलेक्स तथा कई छोटे-छोटे पेमेंट सॉल्यूशंस प्रोवाइडर्स तथा शेट्टी की फिनब्लर के साथ मिलकर 2018 में सार्वजनिक हुई. शेट्टी ने हेल्थकेयर और फाइनैंशल सर्विसेज के अलावा हॉस्पिटेलिटी, फूड ऐंड बेवरेज, फार्मास्यूटिकल मैन्युफैक्चरिंग तथा रियल एस्टेट में भी हाथ आजमाया.