मुंबई। पिछले कुछ दिनों में कोरोनावायरस (Coronavirus) फैलने की गति धीमी जरूर हुई है, लेकिन खतरा पूरी तरह खत्म नहीं हुआ है। ताजा आंकड़े बता रहे हैं कि महाराष्ट्र में फिर से कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है।
मुंबई में 1 फरवरी से लोकल ट्रेन शुरू हो चुकी है और आम लोगों के लिए निर्धारित समय पर यात्रा की अनुमति भी दे दी गई है। ऐसे में पहले सप्ताह में ही कोरोना के रोगियों की संख्या बढ़ती दिख रही है। मुंबई के अलावा विदर्भ के अमरावती में कोरोना मरीजों की संख्या में वृद्धि दर्ज की गई है। कई स्थान ऐसे हैं भी जहां आंकड़ा स्थिर है।
काकानी के अनुसार अगले 10 से 12 दिनों सतर्कता से नजर रखी जाएगी। साथ ही MMR क्षेत्र यानी मुंबई, ठाणे, कल्याण, डोंबिवली, नवी मुंबई, उल्हासनगर, भिवंडी, निजामपुर, वसई विरार, मीरा भयंदर और पनवेल इन क्षेत्रों में अगर मरीजों की संख्या बढ़ती रही तो फिर से विचार करना होगा।
आपको बता दें कि मार्च 2020 के बाद से ही मुंबई कोरोना के मामले हॉट स्पॉट रहा है। अप्रैल और मई में धारावी और वर्ली हॉटस्पॉट थे। संक्रमण से बचने के लिए तब युद्ध स्तर पर कई उपाय किए गए थे, तब कहीं जाकर कोरोना संक्रमितों की संख्या में कमी आई।
विदर्भ में भी स्थिति चिंताजनक : इधर विदर्भ में भी स्थिति चिंताजनक हो गई है। अमरावती जिले में कोरोना संक्रमितों की संख्या में अचानक वृद्धि हो रही है। अमरावती जिले के कई इलाके हॉटस्पॉट बनते जा रहे हैं। इसमें शहर के राजापीठ, साईंनगर बेलपुरा, कैंप, रुक्मिणी नगर, दस्तूर नगर रहटगांव, अचलपुर, चंदूर बाजार, नंदगांव, खंडेश्वर आदि स्थान अब प्रशासन के रडार पर हैं। इन क्षेत्रों में घर-घर जाकर जांच की जा रही है।
लापरवाह हुए लोग
पिछले कुछ दिनों में कोरोना का डर लगभग खत्म चुका है और सार्वजनिक स्थलों पर लोग बिना मास्क के घूमते नजर आ रहे हैं। वहीं सोशल डिस्टेंसिंग का पालन और सैनिटाइजर का उपयोग भी कम हो गया है। ऐसे में प्रशासन एक बार फिर सतर्क हो रहा है, अब सार्वजनिक स्थानों पर मास्क नहीं पहनने वालों को दंडित किया जाएगा।
किसी भी महामारी में मरीजों की संख्या बढ़ना स्वाभाविक है क्योंकि संक्रमण पूरी तरह से खत्म होने में समय लगता है। दोबारा संक्रमण फैलने की एक वजह ये भी है कि पिछले कुछ दिनों में लोगों ने कोरोना को गंभीरता से लेना बंद कर दिया है। लोग कई शादियों और विभिन्न आयोजनों में दावत उडा रहे हैं, बेखौफ मिलजुल रहे हैं और खास बात ये कि संक्रमण से बचाव के लिए बताए गए नियमों पालन भी नहीं कर रहे हैं।