बॉलीवुड की सदाबहार अभिनेत्री रेखा आज भी लोगों के दिलों पर राज करती हैं । उनकी अदाकारी और उनकी अदाएं दोनों ही उनके चाहने वालों को दीवाना करती हैं । कई दशकों तक इंडस्ट्री में काम कर चुकीं रेखा ने खूब नाम कमाया है, दौलत – शोहरत सब उनके कदमों पर रही हैं, लेकिन इन सबके बावजूद रेखा निजी जीवन में अकेले ही रह गईं । एक्ट्रेस ने भावनात्मक रूप से बहुत बुरे दौर को महसूस किया है । रेखा का प्यार कभी मुकम्मल नहीं हो पाया । उन्होंने शादी भी की लेकिन हमसफर बहुत जल्द साथ छोड़ गए ।
एक्ट्रेस रेखा ने साल 1990 में दिल्ली के बड़े बिजनेसमैन मुकेश अग्रवाल से शादी रचाई थी । मुकेश अग्रवाल उस समय के मशहूर हॉटलाइन ग्रुप और निकिताशा ब्रांड के मालिक थे। लेकिन शादी के साल भर के अंदर ही ना जानें ऐसा क्या हुआ कि मुकेश अग्रवाल ने रेखा के दुपट्टे से ही फंदा बनाकर फांसी लगा ली । हालांकि वो दुपट्टा रेखा था इसे लेकर कोई आधिकारिक बयान कभी नहीं आया ।
रेखा के पति मुकेश अग्रवाल ने मरने से पहले जो सुसाइड नोट लिखा था उसमें साफतौर पर जिक्र नहीं था कि उनकी मौत के लिए किसे जिम्मेदार माना जाए। अपने सुसाइड नोट में वो लिख गए थे कि उनका भाई उनकी दोस्त आकाश बजाज और उनके दोनों बच्चों की देखभाल करे। आकाश बजाज मुकेश अग्रवाल की मनोचिकित्सक थीं।
वहीं सुसाइड नोट में रेखा के लिए बस एक से दो लाइन थीं । रेखा पर किताब लिखने वाले यासिर उस्मान के अनुसार मुकेश अग्रवाल के सुसाइड नोट में ये भी लिखा था कि मेरी संपत्ति में से रेखा को कुछ नहीं मिलेगा। मैं उनके लिए कुछ भी छोड़ कर नहीं जा रहा हूं। वह खुद कमाने में सक्षम हैं। दिल्ली के पूर्व पुलिस कमिश्नर नीरज कुमार जो कि रेखा के पति मुकेश अग्रवाल के बहुत करीबी मित्र थे। उन्होंने बताया था कि मुकेश की मौत के बाद रेखा ने परिवार से कभी कुछ नहीं लिया। वहीं मुकेश अग्रवाल के भाई ने भी रेखा का बचाव करते हुए ये बात कई बार कही है कि जो लोग ये कहते हैं कि रेखा ने मुकेश अग्रवाल से पैसों के लिए शादी की थी तो उन्हें बता दें कि रेखा ने हमसे कभी कुछ नहीं मांगा।