यूपी के उन्नाव से एक दिल दहला देने वाली खबर आई है जहां एक खेत में तीन लड़कियों के बेहोशी की हालत में हाथ-पैर बांधकर पड़े होने की खबर आई. मौके पर परिजन पहुंचे तो तीनों को हॉस्पिटल पहुंचाया गया जहां दो की मौत की पुष्टि हुई और एक अभी भी जिंदगी और मौत के बीच झूल रही है. इस खबर से इलाके में हड़कंप मच गया है.
उन्नाव के असोहा में खेत में मिली तीन लड़कियों में दो लड़कियों की मौत हो गई जबकि तीसरी लड़की को गंभीर हालत में उन्नाव से कानपुर रेफर किया गया. लड़की की हालत देखकर पुलिस ने उसको कानपुर के सबसे बड़े हॉस्पिटल रीजेंसी में भर्ती कराया जहां डॉक्टर उसका आईसीयू में इलाज कर रहे हैं. लड़की का सीटी स्कैन कराया गया है. लड़की को भी होश नहीं आया है, उसकी फाइंडिंग कर रहे हैं कि उसको हुआ क्या है?
इस बारे में लड़की के चाचा का कहना है कि उसे गांव से सूचना आई थी कि तीनों लड़कियों के हाथ-पैर बंधे हुए खेत में मिली. उनको वहां से उन्नाव हॉस्पिटल लाया गया. दो की मौत हो गई, तीसरी का इलाज कानपुर में चल रहा है. मेरी किसी से दुश्मनी नहीं है. हमें नही पता है कि उनके साथ क्या हुआ?
मृतका के भाई विशाल ने बताया कि तीनों शाम 3 बजे लाही लेने गई थीं, वहां से शाम हो गई तो उनको ढूंढने गए थे. उसके बाद एक खेत में तीनों बेहोशी की हालत में मिली. उनमें से 2 खत्म हो चुकी हैं और तीसरी का इलाज चल रहा है. हमारी किसी से दुश्मनी नहीं है और न ही किसी से फोन पर बात हुई है. हमारी दो बहनों की शादी हो गई है, यह तीनों घर पर ही रहती थीं. हमें अभी किसी पर शक नहीं है. तीसरी बहन बच जाए तो पता चले कि आखिर हुआ क्या है?
इस बारे में उन्नाव के सिटी सीओ गौरव त्रिपाठी का कहना है कि हम लड़की का इलाज कराने आए हैं, उसको इलाज दिया जा रहा है. बाकी हमें अभी कुछ नहीं मालूम. हमें इलाज के लिए लगाया गया है.
इस घटना के बाद रीजेंसी हॉस्पिटल में भारतीय दलित पैंथर के नेता धनीराम पैंथर अपने कार्यकर्ताओ के साथ पहुंचकर लड़की के परिजनों से मुलाकात करके हर संभव मदद का आश्वासन दिया. उन्होंने सरकार से मांग की कि यदि उनके साथ कुछ गलत हुआ है तो दोषियों का पता लगाकर जल्द ही सजा दी जाए.