लखनऊ/उन्नाव। यूपी के उन्नाव जिले के असोहा थाना क्षेत्र के बबुरहा गांव में दो किशोरियों की मौत और तीसरी किशोरी के जीवन मृत्यु के बीच झूलने से इनके साथ हुए हादसे का रहस्य गहराता जा रहा है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में दोनो किशोरियों की मौत जहर से होने की पुष्टि हुई है।
सूबे को हिला देने वाले इस जघन्य कांड में नये खुलासों के बाद पुलिस की तफ्तीश अब परिवार पर केंद्रित हो गई है। चौंकाने वाली बात यह है कि शुरुआत में किशोरियों के हाथ पैर बंधे होने की बात कहने वाले परिवार के लोग अब अपने बयान से पीछे हट गए हैं। और हाथ पैर बंधे होने की बात नकार रहे हैं।
इसके अलावा चौंकाने वाली बात यह भी है कि परिवार के लोगों ने किशोरियों के बेसुध मिलने के बाद उनका बिना पुलिस को सूचना दिये उपचार कराना चाहा था लेकिन अस्पतालों के मना करने पर पुलिस को सूचना दी गई। तीसरी सबसे महत्वपूर्ण बात यह सामने आई है कि पिता ने बेटे से कहा ये तुमने क्या कर दिया। ये बात सुनने में थोड़ा अटपटी लगती है।
पोस्ट मार्टम रिपोर्ट में मरने वाली किशोरियों के शरीर पर चोटों के कोई निशान नहीं मिले हैं यानी बचाव के लिए किसी संघर्ष की पुष्टि नहीं हो रही है। यानी घटना के समय किसी जोर जबरदस्ती की पुष्टि नहीं हो रही है। डीजीपी हितेश चंद अवस्थी ने भी कहा है कि मृतक किशोरियों के शरीर पर किसी तरह की आंतरिक या बाह्य चोटों के निशान नहीं मिले हैं। न ही हाथ पैर बांधे जाने की बात की पुष्टि पोस्टमार्टम रिपोर्ट कर रही है। अब पुलिस अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या और साक्ष्य मिटाने का केस दर्ज कर जांच को आगे बढ़ा रही है।
क्या पीड़िता का भाई बोल रहा झूठ
एक और बात इस मामले को उलझा रही है कि जब तीनों किशोरियां बेसुध हालत में परिवारीजनों को मिलीं तो उन्हें सबसे पहले काजल के भाई सूरज उर्फ कल्लू ने देखा। उसी ने सबको बताया। कल्लू ने ही यह कहा कि तीनों किशोरियों के हाथपैर बंध थे और एक ही दुपट्टे से कसे थे। लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट में यह बात गलत निकलने के बाद सवाल ये हैं कि कल्लू ने झूठ क्यों बोला।
इसके अलावा मृतक काजल के पिता का सीएचसी पर अपने बेटे कल्लू से यह कहना कि तुमने ऐसा क्यों कर दिया। पूरे मामले को संगीन बना रहा है। बेटी की मौत पर पिता ने बेटे से यह बात क्यों कही। ये बड़ा सवाल है। पिता ने एफआईआर में लिखा है कि जब तीनों किशोरियों को देखा था तो उनके गले में दुपट्टा कसा था लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट में इसकी भी पुष्टि नहीं हुई है। हालांकि किशोरी की मां का कहना है कि जब उसने उसकी बेटी का गला दुपट्टे से कसा था लेकिन हाथ पैर बंधे होने की बात से वह भी इनकार कर रही है।
इसके अलावा गांव के ही एक शख्स का यह कहना है कि पिछले एक दो महीने से काजल को लेकर उसके घर में कुछ विवाद चल रहा था।
घर के दो सदस्यों को हिरासत में लेकर पूछताछ का विरोध
हालांकि पुलिस के घर के दो सदस्यों को हिरासत में लेकर पूछताछ करने के विरोध में गुरुवार को काफी हंगामा हुआ और दोनो किशोरियों की अंत्येष्टि भी नहीं हुई। घर वालों ने अंत्येष्टि करने से इनकार कर दिया। शुक्रवार को दोनो की अंत्येष्टि की गई।
गांव में चर्चा है कि शुक्रवार शाम तक पुलिस इस मामले को ऑनर किलिंग से जोड़कर मामले का खुलासा कर सकती है। जबकि तीसरी किशोरी की हालत अभी नाजुक बनी हुई है।