लखनऊ/उन्नाव। यूपी सरकार के लिए परेशानी का सबब बने उन्नाव कांड का खुलासा हो गया है. इसके बाद उन्नाव पुलिस ने राहत की सांस ज़रूर ली होगी. इस कांड से पर्दा उठाने में पुलिस को कामयाबी ना मिलती, अगर एक मुखबिर ने दोनों आरोपियों को मौका-ए-वारदात से भागते हुए नहीं देखा होता. पुलिस के मुताबिक उस मुखबिर ने आरोपियों को भागते हुए देखा था. बस यही बात पुलिस के लिए सबसे बड़ा सुराग साबित हुई.
उन्नाव कांड का खुलासा करते हुए लखनऊ रेंज की आईजी लक्ष्मी सिंह ने बताया कि इस मामले में पुलिस ने एक नाबालिग समेत दो लोगों को पकड़ा है. जिसमें मुख्य आरोपी विनय उर्फ लंबू शामिल है. वारदात के वक्त उसके साथ उसका नाबालिग दोस्त भी मौके पर मौजूद था. जब ये दोनों वारदात को अंजाम देने के बाद खेत से भाग कर रिहाइशी इलाके की तरफ जा रहे थे, तभी पुलिस के एक मुखबिर की नजर इन दोनों पर पड़ गई थी.
जब पुलिस इस केस की जांच के दौरान तीन थ्योरी को आधार बनाकर जांच कर रही थी, तो उसमें एक थ्योरी प्रेम प्रसंग की भी थी. और जब इस मामले का खुलासा हुआ तो वही थ्योरी सच साबित हो गई. आईजी ने बताया कि आरोपी विनय और पीड़ित लड़कियों का खेत गांव में साथ-साथ है. वहीं अस्पताल में जिंदगी के लिए जूझ रही लड़की और आरोपी विनय एक दूसरे से मिले. फिर दोस्ती हो गई. और इसके बाद विनय लड़की से प्यार करने लगा.
आरोपी विनय ने पुलिस को पूछताछ में बताया कि वो जिस लड़की से प्यार करता है, वो अस्पताल में भर्ती है. उसने ये भी बताया कि वारदात के दिन जब वो उस लड़की से खेत में बात कर रहा था. तो उसने दूसरी दोनों लड़कियों से नमकीन भी मंगाई थी. विनय ने एक ही लड़की को कीटनाशक वाला पानी पीने के लिए दिया था. लेकिन उसी बोतल से दूसरी लड़कियों ने भी पानी पी लिया था. थोड़ी देर के बाद उन तीनों के मुंह से झाग निकलने लगा और वे बेहोश हो गईं.
इसके बाद विनय और उसके नाबालिग ने उन तीनों को उठाकर उन्हीं के खेत में डाल दिया और मौके से फरार हो गए. जब वे दोनों भागकर वहां से जा रहे थे. तो बीच रास्ते में कहीं पुलिस के एक मुखबिर ने उन्हें भागते हुए देख लिया था. उसी मुखबिर की बदौलत पुलिस ने शुक्रवार को इस मामले का खुलासा कर दिया.