टी20 वर्ल्ड कप 2022 (T20 World Cup 2022) का आगाज अक्टूबर महीने में ऑस्ट्रेलिया में होने वाला है. टीम इंडिया खिताबी जीत के लिए पूरी तैयारी कर रही है. बीसीसीआई ने बीते सोमवार देर शाम अपनी 15 सदस्यीय टीम की भी घोषणा कर दी है. टीम में रोहित शर्मा को कप्तान और केएल राहुल को उपकप्तान की जिम्मेदारी की गयी है.
दिनेश कार्तिक को विकेटकीपर बल्लेबाज के तौर पर टीम में जगह दी गयी है. ऐसे में दिनेश कार्तिक के चयन से वर्ल्ड कप 2022 में जगह बनाने के लिए दौड़ में शामिल कई खिलाड़ियों का सपना टूट गया है. तो आज हम बात करते है तीन ऐसे विकेटकीपरों के बारे में जो दिनेश कार्तिक की वजह से T20 World Cup 2022 में जगह बनाने में असफल रहे है.
1. ईशान किशन
टीम इंडिया के लिए पिछले कई मौकों पर विकेट कीपर बल्लेबाज़ के तौर पर ईशान किशन ऋषभ पंत के बाद टीम की दूसरी पसंद साबित होते थे. सलामी बल्लेबाज़ के तौर पर भी वो कई मौकों पर बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए नजर आये है. टी20 वर्ल्ड कप 2021 में भी उन्हें शामिल किया गया था.
उन्हें पिछले वर्ल्ड कप में सिर्फ एक मैच खेलने का मौका दिया गया था. इसके बाद उम्मीद थी की आगामी वर्ल्ड कप में भी उन्हें जगह मिलेगी लेकिन दिनेश कार्तिक के शानदार प्रदर्शन के चलते उनका चयन नहीं किया गया. ईशान किशन टी20 क्रिकेट में भारत के लिए 19 मैच खेले है जिसमें 30 से ज्यादा के औसत से 543 रन बनाये है.
2. संजू सैमसन
ऐसे में उम्मीद थी की संजू को शायद वर्ल्ड कप में एक मौका मिले लेकिन फिर से उनका चयन नहीं हुआ है. टीम दो विकेटकीपरों के साथ ही टूर्नामेंट में जा रही है. संजू बल्लेबाजी क्रम में किसी भी नंबर पर बल्लेबाज़ करने में सक्षम है टीम का टॉप और मिडिल आर्डर सेट होने की वजह से संजू स्क्वाड में फिट नहीं रह पाए और उनका वर्ल्ड कप (T20 World Cup 2022) खेलने का सपना एक बार फिर टूट गया.
3. जितेश शर्मा
भारतीय टीम में अपनी जगह बनाने की कोशिश कर रहे विदर्भ के विकेट कीपर बल्लेबाज़ जितेश शर्मा भी इस लिस्ट में अपनी जगह बनाते है. जितेश ने साल 2022 में अपना डेब्यू किया था. पंजाब किंग्स के लिए विकेट के पीछे खड़े रहने वाले जितेश शर्मा ने कई मौकों पर टीम के लिए उपयोगी परियां खेली है.
जितेश निचले क्रम पर आक्रमक बल्लेबाज़ी करने के लिए जाने जाते है. आईपीएल में उन्होंने अभी तक 10 पारियों में 234 रन बनाये है जिसमें उनका स्ट्राइक रेट लगभग 164 का रहा है. ऐसे में वो टीम इंडिया के लिए अंत के ओवरों में फिनिशर की भूमिका भी निभा सकते है. इसके अलावा विकेट के पीछे भी उन्होंने 11 बल्लेबाजों को अपना शिकार बनाया है जो बड़े टूर्नामेंट में एक फायदेमंद साबित हो सकता है.