ऑस्ट्रेलिया में होने वाले क्रिकेट के महाकुंभ यानि की टी20 वर्ल्ड कप 2022 के आगाज में बस कुछ दिनों का ही समय बचा हुआ है. इस वर्ल्ड कप के ख़िताब के लिए सभी टीमें पूरी तरह तैयारी कर रही हैं. भारतीय टीम भी ऑस्ट्रेलिया पहुंच कर पर्थ में टूर्नामेंट से पहले अभ्यास करते हुए जमकर पसीना बहा रही है. रोहित शर्मा की कप्तानी में टीम इंडिया एक बार फिर से टी20 वर्ल्ड कप जीतने का सपना पूरा करने के लिए पूरी तरह तैयार है.
लेकिन हाल फिलहाल में खिलाड़ियों के चोटिल होने की वजह से क्या इस सपने को पूरा करने में परेशानी हो सकती है. इसके अलावा ऑस्ट्रेलिया और साउथ अफ्रीका सीरीज में भी टीम की कुछ कमजोरियां सामने आई हैं तो आइये आज बात करते हैं भारतीय टीम की टी20 वर्ल्ड कप से पहले सामने आई कुछ परेशानियों के बारे में…
1. कमजोर तेज़ गेंदबाज़ी
टी20 वर्ल्ड कप 2022 (T20 World Cup 2022) में भारतीय टीम चोट से काफी परेशान नज़र आ रही है. टीम इंडिया के सबसे पहले स्टार आल राउंडर रविन्द्र जडेजा घुटने की चोट के चलते टूर्नामेंट से बाहर हो गये थे. इसके बाद इस से भी बड़ा झटका तब लगा जब जसप्रीत बुमराह एशिया कप के बाद टी20 वर्ल्ड कप से भी बाहर हो गये. उनके विकल्प के तौर पर देखे जा रहे दीपक चाहर भी साउथ अफ्रीका सीरीज में चोट से परेशान नजर आ रहे है.
ऐसे में तेज़ गेंदबाज़ी में भारत काफी कमजोर नजर आ रही है. शुरुआती ओवरों में विकेट ना चटका पाने की वजह से टीम को मैच में हार का सामना करना पड़ सकता है. ऑस्ट्रेलिया में तेज़ गेंदबाजों का बोल बाला रहता है और ऐसे में अगर भारत की टीम कमजोर गेंदबाज़ी के साथ टूर्नामेंट में भाग लेती है तो टीम के खिताबी जीत के सपने को टूटने में देर नहीं लगेगी.
2. ख़राब फ़ील्डिंग
दिग्गज से दिग्गज खिलाड़ी के मुहं से आपने एक बाद तो सुनी होगी ‘कैच्स विन मैच्स’. किसी भी नाजुक मौकों पर छोड़े गये कैच को आप मैच छोड़ने जैसे समझ सकते है. इसका सबसे तजा उदाहरण पाकिस्तान के खिलाफ अर्शदीप द्वारा छोड़ा गया कैच है. इस एक कैच के चलते भारत मैच जीत सकता था लेकिन नहीं जीत पाया. इसके अलावा हाल ही में मोहम्मद सिराज ने भी साउथ अफ्रीका के खिलाफ कैच छोड़े.
हाल ही में मैच में उन्होंने रन आउट करने की कोशिश में ओवरथ्रो के 4 रन दे दिए. भले ही टीम वो मैच जीत गयी लेकिन ऐसे फ्री में रन देने की वजह से विपक्षी टीम को मैच जीतने में मदद करना खुद के पैर पर कुल्हाड़ी मारने जैसा है. टी20 फॉर्मेट में 1-1 रन की काफी अहमियत होती है. ऐसे में भारत को अपनी फ़ील्डिंग में और भी सुधार करना होगा वरना अगर ऐसे ही रन लुटाते रहे और कैच ड्राप करते रहे तो T20 World Cup 2022 में मैच भी ड्राप होने में देर नहीं लगेगी.
3. डेथ ओवरों में खराब गेंदबाज़ी
डेथ ओवरों में भारतीय टीम की गेंदबाज़ी उसकी सबसे बड़ी कमी साबित हो रही है. दरअसल बुमराह के चोटिल होने के बाद से भुवनेश्वर और अर्शदीप के कंधो पर डेथ ओवर की जिम्मेदारी दी गयी थी जिसके बाद आपने लगातार दो मैचों में भुवी द्वारा 19 वें ओवर में की गयी खराब गेंदबाजी से मैच का रुख बदलते हुए देखा ही होगा.
पिछले कुछ समय से सिर्फ तेज़ गेंदबाज़ ही नहीं स्पिन गेंदबाज़ भी आखिरी के ओवरों में काफी महंगे साबित हो रहे है. एशिया कप से बाहर होने का मुख्य कारण डेथ ओवर में खराब गेंदबाज़ी कही जा सकती है. ऐसे में अगर टीम इंडिया डेथ ओवर में अपनी खराब गेंदबाज़ी को सही नहीं करती है तो यह टीम के लिए वर्ल्ड कप (T20 World Cup 2022) जैसे टूर्नामेंट में एक बड़ा नुकसान साबित हो सकती है.