लखनऊ। एक दिवसीय शिविर के प्रारंभ में राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवकों ने सर्वप्रथम राष्ट्रीय सेवा योजना का लक्ष्य गीत का सामूहिक गान किया महाविद्यालय की प्राचार्य प्रोफेसर (डॉ) शहला नुसरत किदवई ने स्वयंसेवकों को संबोधित करके कहा कि स्वयंसेवक अपने आचरण द्वारा दूसरों को प्रेरणा देता है। अनुशासन स्वयंसेवक की पहली विशेषता है। स्वच्छता मानव के स्वास्थ्य के साथ-साथ उसके विकसित व्यक्तित्व का भी परिचायक है स्वच्छ व्यक्ति स्वस्थ व्यक्ति होता है और स्वस्थ व्यक्ति स्वस्थ समाज की रचना करता है।
कार्यक्रम अधिकारी डॉ जितेंद्र यादव ने राष्ट्रीय सेवा योजना के उद्देश्य को बताते हुए कहा कि यह सामुदायिक सेवा के माध्यम से स्वयंसेवकों के व्यक्तित्व का विकास करता है। डॉ अनुपम कुमार यादव ने स्वयंसेवकों को संबोधित करते हुए कहा कि स्वच्छता शिक्षित व्यक्ति की पहचान होती है। स्वयंसेवकों ने महाविद्यालय में विभिन्न स्थानों पर पड़े प्लास्टिक के टुकड़े, कूड़े, घास को एक नियत स्थान पर एकत्र किया ताकि उसका उचित प्रकार से निस्तारण किया जाए।
स्वयंसेवकों ने अनुशासित तरीके से विभिन्न टोलियों में अपने को बांटकर उक्त स्वच्छता अभियान को संचालित किया। स्वच्छता अभियान में महाविद्यालय के अन्य छात्र-छात्राएं भी स्वेच्छा से शामिल हो गए जिससे स्वच्छता अभियान पूर्ण रूप से सफल रहा। कार्यक्रम के अंत में स्वयंसेवकों ने महाविद्यालय को स्वच्छ रखने की शपथ ली। महाविद्यालय की प्राचार्य प्रोफेसर डॉ शहला नुसरत किदवई डॉ सुरंगमा यादव ने स्वयंसेवकों द्वारा चलाये गए स्वच्छता अभियान का निरीक्षण किया और उसकी प्रशंसा भी की।