आखिरकार बांग्लादेश दौरे का समापन हुआ. साथ ही खत्म हुआ भारतीय क्रिकेट का यह साल. अब नए साल में आगे टीम इंडिया का क्या होगा, ये भविष्य के गर्भ में है. हालांकि गुजरते साल ने यह लगभग साफ कर दिया है कि अब कुछ कड़े फैसले लेने ही होंगे, तभी भारतीय टीम की डगमगाती नैया को संभाला जा सकता है. 2023 में वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप (WTC) के फाइनल तक पहुंचने के अलावा लगातार दो वर्ल्ड कप (2023 वनडे वर्ल्ड कप और 2024 टी20 वर्ल्ड कप) की चुनौतियां टीम इंडिया के सामने खड़ी हैं.
आक्रामक फैसले नहीं ले पा रही टीम इंडिया
मीरपुर टेस्ट के चौथे दिन पिच उतनी आसान नहीं थी, लेकिन 145 रनों का मामूली लक्ष्य हासिल करने के लिए भारत को जान झोंकनी पड़ी. इस लक्ष्य का पीछा करते हुए कुछ आक्रामकता तो दिखानी ही चाहिए थी. भारत ने ऐसी पिच पर अत्यधिक रक्षात्मक खेल दिखाने की गलती की. इससे बांग्लादेश के स्पिनरों को हावी होने का मौका मिल गया. श्रेयस और अश्विन ने सराहनीय साझेदारी कर भारत को हार से बचाया, लेकिन ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ नए साल में घरेलू सीरीज से पहले शीर्ष क्रम के बल्लेबाजों के कमजोर प्रदर्शन और चयन में भारी गफलत को लेकर सवाल उठ रहे हैं.
स्पिन से धोखा खा रहे मौजूदा बल्लेबाज
मौजूदा पीढ़ी के बल्लेबाज स्पिन को बखूबी नहीं खेल पा रहे हैं और उनकी इस कमजोरी की पोल फिर खुल गई. विराट कोहली खुद बड़े बल्लेबाज हैं, लेकिन 22 गेंदों में एक रन की पारी को वह भूल जाना चाहेंगे. भारत ने पहले टेस्ट में 8 विकेट लेकर ‘प्लेयर ऑफ द मैच’ रहे कुलदीप यादव को भी बाहर रखने की गलती थी. टर्निंग पिच पर तीसरे स्पिनर के रहने से भारत तीसरे दिन ही जीत सकता था.
.. तो केएल राहुल की हो जाएगी छुट्टी?
लगातार आलोचना झेल रहे केएल राहुल खुद सहज नहीं दिखे और दोनों पारियों में फ्रंटफुट पर खेलते हुए विकेट गंवा बैठे. अब ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ फरवरी-मार्च में होने वाली टेस्ट सीरीज में उनकी जगह पक्की नहीं लगती. शुभमन गिल और चेतेश्वर पुजारा बाहर निकलकर खेलने के प्रयास में चकमा खा गए. कुल मिलाकर ‘टेस्ट विशेषज्ञ’ का तमगा हासिल कर चुके पुजारा को एक बार फिर अपना आत्मविश्वास टटोलेने की जरूरत है.
‘व्हाइट बॉल’ में भी हाल कुछ ठीक नहीं
ये तो हुआ बांग्लादेश में टेस्ट मैचों का हाल, इसी दौरे की वनडे सीरीज के शुरुआती दो मैचों को गंवाकर टीम इंडिया बैकफुट पर दिखी. हालांकि अंतिम मुकाबला जीतकर टीम ने अपनी प्रतिष्ठा जरूर बचाई. सीरीज भारतीय टीम के हाथों से निकल गई. इससे पहले न्यूजीलैंड दौरे में भारत को तीन मैचों की सीरीज में 0-1 से हार मिली (दो मैच बेनतीजा रहे). यानी भारत को लगातार दो वनडे सीरीज में हार का सामना करना पड़ा. भारतीय टीम बारिश से प्रभावित रहे इस न्यूजीलैंड दौरे में तीन टी20 मैचों की सीरीज 1-0 से अपने नाम करने में सफल रही थी.
इन दिनों इंग्लैंड की रणनीति की बहुत तारीफ हो रही है. कहा जा रहा है कि भारतीय टीम प्रबंधन को युवाओं को निखारकर इंग्लैंड की सफेद गेंद क्रिकेट की योजना की तर्ज पर काम करना चाहिए, जिससे उसने वनडे और टी20 वर्ल्ड कप विजेता बनने का गौरव हासिल किया. पूर्व कोच रवि शास्त्री कह चुके हैं, ‘2015 वर्ल्ड कप के बाद उन्होंने (इंग्लैंड) खेल के प्रारूपों – भले ही टी20 क्रिकेट हो या फिर 50 ओवरों का क्रिकेट – के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों की पहचान की. इसका मतलब अगर कुछ सीनियर खिलाड़ी हैं तो उन्हें बैठना होगा. और उन्होंने युवाओं को लिया जो निडर थे.’
पंड्या को कमान मिले से लौट सकता है जोश
क्रिकेट के गलियारे में ऐसी चर्चा है कि रोहित शर्मा को वनडे और टी20 की कप्तानी से हटाया जा सकता है. सूत्रों के हवाले से दावा किया गया है कि बोर्ड ने इसे मामले में हार्दिक पंड्या से बातचीत की है, लेकिन उन्होंने अभी पर कोई जवाब नहीं दिया है. फैसला लेने के लिए समय मांगा है. यानी रोहित का विकल्प तैयार बैठा है. यह सच कि इन दिनों इतना क्रिकेट हो रहा है कि एक खिलाड़ी के लिए तीनों प्रारूपों में दिमाग लगाना कभी आसान नहीं होता है. अब टीम इंडिया के हित में कप्तानी बदलने का वक्त आ गया है. कम से कम टी20 में हार्दिक को कमान देकर टीम में नया जोश भरा जा सकता है.