मुहर्रम में झारखंड के पलामू से राष्ट्रीय ध्वज से छेड़छाड़ का मामला सामने आया है। आरोप है कि मुहर्रम के जुलूस के दौरान तिरंगे में अशोक चक्र के बदले उर्दू में कुछ लिख कर उसमें तलवार का चित्र छाप दिया गया। कुछ ही समय में ये तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो गईं। आरोपितों के खिलाफ कार्रवाई की माँग की जा रही है। पुलिस ने इस मामले में जाँच करवाकर कार्रवाई की बात कही है। मामला शुक्रवार (28 जुलाई 2023) का है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मामला पलामू जिले के थानाक्षेत्र चैनपुर का है। यहाँ डालटनगंज कल्याणपुर इलाके में कंकरी मार्ग पर शुक्रवार को मुहर्रम का जुलूस निकला था। इस जुलूस में बज रहे DJ के साथ चल रहे कुछ लोगों के हाथ में तिरंगा जैसे झंडे भी थे। इस झंडे में बाकी सब कुछ राष्ट्रध्वज की तरह था लेकिन बीच में अशोक चक्र गायब था। अशोक चक्र की जगह उर्दू में कुछ शब्द लिखे हुए थे और उसके नीचे तलवार का चित्र बना हुआ था। आस-पास के लोगों ने इस तिरंगे की फोटो खींच ली।
कुछ ही देर में यह फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो गई। ऑपइंडिया से बातचीत के दौरान एक इस्लामी जानकर मोहम्मद मौसूफ़ ने बताया कि झंडे के बीच में मुस्लिमों का कलमा तैय्यब लिखा हुआ है। इसको ‘ला इलाहा इलल्लाहु मुहम्मदुर्रसूलुल्लाहि’ के तौर पर पढ़ते हैं। इसका हिंदी में अर्थ, “अल्लाह के सिवा कोई माबूद नहीं और हज़रत मुहम्मद सलल्लाहो अलैहि वसल्लम अल्लाह के रसूल हैं” होता है।
झारखंड भाजपा नेता दीपक प्रकाश ने इस घटना पर नाराजगी जताई। 28 जुलाई को उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा, “पलामू जिले में मुहर्रम जुलूस में राष्ट्रध्वज के साथ छेड़छाड़ का मामला अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है, तिरंगा झंडा में अशोक चक्र हटाकर उर्दू शब्द लिखना संविधान के खिलाफ है और हमारे राष्ट्रध्वज तिरंगे का अपमान। आखिर हेमंत राज में ऐसी देश विरोधी ताकतें कैसे मजबूत हो रही हैं?” झारखंड भाजपा के एक अन्य नेता ने इसे तुष्टिकरण की राजनीति का खतरनाक खेल बताया।
इस घटना पर पलामू के एडिशनल एसपी ऋषभ गर्ग ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि मामले की जानकारी मिलने पर पुलिस टीम भेज कर जाँच करवाई गई थी लेकिन कोई ख़ास जानकारी नहीं मिल पाई। साथ ही उन्होंने फोटो के पूरी तरह से क्लियर न होने की भी जानकारी दी। एडिशनल एसपी का कहना है कि मामले की जाँच करवाई जा रही है और सबूत पाए जाने पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।