नूंह हिंसा: साइबर थाने में हजारों उपद्रवियों ने लगाई थी आग, 105 राउंड फायरिंग; सर्विलांस सिस्टम में उड़े सेव डाटा

नूंह हिंसा: साइबर थाने में हजारों उपद्रवियों ने लगाई थी आग, 105 राउंड फायरिंग; सर्विलांस सिस्टम में उड़े सेव डाटा नूंह स्थित साइबर थाना पर  31 जुलाई को करीब साढ़े तीन बजे हजारों उपद्रवियों ने हमला किया था। उस दौरान थाने में करीब आठ पुलिसकर्मी कायर्रत थे। वह थाना में रोजाना की तरह अपने दैनिक कार्य कर रहे थे। सभी हजारों की संख्या में भीड़ ने उनपर हमला कर दिया। जबतक वह कुछ समझ पाते वह भीड़ के शिकार हो गए। आरोपियों ने शाम पांच बजे तक थाना पर जमकर उत्पात मचाया। आधिकारिक सूत्रों की मानें तो थाने से क्षतिग्रस्त रिकार्ड्स व सबूतों को जुटाने में कम से कम दो महीने लगेंगे। इससे साइबर ठगी के काफी मामले प्रभावित होंगे।

नूंह को झारखंड का जामताड़ा कहा जाता है। यहां से हो रहे साइबर ठगी की अलग पहचान है। साइबर एक्सपर्ट के अनुसार नूंह से ज्यादातर साइबर ठगी, ओएलएक्स पर ऑफर, क्रेडिट कार्ड की लिमिट बढ़ाने, सेक्सटार्शन, जानकार बनकर पैसे मांगना, सोशल मीडिया पर प्रोडक्ट भेजकर ठगी, नौकरी के नाम ठगी आदि की होती है। बीते अप्रैल में 14 गांवों से पकड़े गए 67 आरोपियों ने पूछताछ में खुलासा किया था उन्होंने देशभर के 28 हजार लोगों से 100 करोड़ रुपये से अधिक की ठगी की थी। लिहाजा जेल में बंद आरोपियों से गुजरात, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश आदि राज्यों की पुलिस भी पूछताछ की तैयारी कर रही है।

साइबर एक्सपर्ट के अनुसार नूंह से की जा रही साइबर अपराध को रोकने के लिए दो साल पहले नूंह में साइबर थाना की स्थापना की गई थी। इससे सक्रिय साइबर ठगों की परेशानी बढ़ गई और वह रडार पर आ गए। पुलिस सक्रिय ठगों की सूची बनाने लगी। बताया जा रहा है कि नूंह के 14 गांव में चल रहे साइबर ठगी के कारोबार को खत्म करने के लिए साइबर थाना और जिला पुलिस बड़ी कार्रवाई की तैयारी दिसंबर-2021 से ही बना रही थी। पुलिस ने गोपनीय तरीके से एक-एक आरोपियों को चिह्नित किया और फिर अप्रैल में पांच हजार पुलिसकर्मियों की मदद से एक साथ 14 गावों में छापेमारी की। इसमें 150 लोगों को हिरासत में लिया गया, जिनमें से 67 को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया।

दर्ज एफआईआर के अनुसार साइबर थाना पर हमले के दौरान कार्यरत पुलिस कर्मियों ने बचाव का पूरा प्रयास किया। कार्बाइन व सरकारी पिस्तौल से उपद्रवियों को भगाने के लिए करीब 105 राउंड हवाई फायरिंग की गई। आंसू गैस के गोले छोड़ गए। बावजूद उपद्रवियों ने काफी उत्पात मचाया।

लैपटॉप व अन्य जरूरी सामान तोड़े 
दर्ज मुकदमा के अनुसार उपद्रवियों ने थाना में रखे लैपटॉप व अन्य सामान ले गए। साथ ही पुलिस कर्मियों से पैसे भी लूट लिए और कई जरूरी कागजात ले गए। उपद्रवियों ने 15 वाहनों को भी नुकसान पहुंचाया। बताया जा रहा है कि हिंसा में साइबर थाना को दो करोड़ से अधिक का नुकसान हुआ।