पंजाबी समाज से हो दिल्ली का मुख्यमंत्री, दिल्ली में अखिल भारतीय खत्री युवा महासभा का विशाल सम्मेलन आयोजित
नई दिल्ली। अखिल भारतीय खत्री युवा महासभा के ‘पंजाबी महाकुंभ’ में आज पंजाबी समाज के एक हजार से ज्यादा लोगों का जमावड़ा लगा। दिल्ली के करोल बाग में स्थित गोल्डन मोमेंट बैंक्वेट हॉल में आयोजित इस कार्यक्रम में 12 राज्यों से आए लोगों ने हिस्सा लिया। कार्यक्रम में शामिल वक्ताओं ने पंजाबी समाज को देशभर में राजनीतिक भागीदारी और समुचित हिस्सेदारी दिए जाने की मांग की। महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और मुख्य वक्ता अरविन्द अरोड़ा ने कहा कि पंजाबी समाज को उसकी जनसंख्या के अनुपात में हर राज्य में राजनीतिक भागीदारी और पर्याप्त हिस्सेदारी मिलनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि चुनाव में जो भी पार्टी पंजाबी समाज के उचित भागीदारी देगी, समाज का समर्थन भी उसे ही मिलेगा। अरविन्द अरोड़ा ने कहा कि दिल्ली में पंजाबियों की संख्या 35 से 40 प्रतिशत है। इस आधार पर दिल्ली का मुख्यमंत्री पंजाबी समाज से होना चाहिए। उन्होंने 2021 में हर वर्ष 14 अगस्त को विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस मनाए जाने की घोषणा करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का धन्यवाद किया और सरकार से मांग की कि पंजाबी आबादी वाले शहरी क्षेत्रों में विभाजन विभीषिका की यादगार के तौर पर एक स्मृति भवन बनाया जाना चाहिए। इस मौके पर अखिल भारतीय खत्री युवा महासभा के संरक्षक चिरंजीव मल्होत्रा ने कहा की हमें समाज की आवाज सरकार तक पहुंचानी है और यह मकसद तभी कामयाब होगा जब आप सब का साथ मिलेगा। संस्था के महामंत्री वीरेंद्र खन्ना और संस्था के मीडिया प्रभारी सुरेश मनचन्दा ने भी अपने विचार व्यक्त किए। सुरेश मनचन्दा ने कहा की हमारी संस्था आगामी चुनाव में अपनी भागीदारी को लेकर सुनिश्चित है और हम अपने वोट की ताकत का सही इस्तेमाल करने के लिए लोगों को जागरूक कर रहे हैं।
इस अवसर पर दिल्ली बीजेपी प्रदेश मंत्री हरीश खुराना, कारोल बाग से आम आदमी पार्टी के विधायक विशेष रवि, समाजसेवी अनूप खन्ना आदि दर्जनों की संख्या में इसस महापंचयत में लोगों ने अपनी उपस्थिति दर्ज की।