लखनऊ। उत्तर प्रदेश के रायबरेली जिले में 9 साल की एक नाबालिग दलित बच्ची के साथ रेप किए जाने की खबर है। 55 साल के आरोपित का नाम पीर मोहम्मद है। दुष्कर्म के बाद बच्ची की हालात बिगड़ गई है जिसको इलाज के लिए लखनऊ रेफर किया गया है। बलात्कार करने के बाद पीर मोहमद फरार हो गया है जिसकी तलाश में पुलिस दबिश दे रही है। घटना रविवार (5 नवंबर 2023) की है। ऑपइंडिया से बातचीत में बच्ची के परिजनों ने पीड़िता की हालत खतरे से बाहर बताई है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक यह मामला रायबरेली के थानाक्षेत्र खीरों का है। यहाँ के एक गाँव की रहने वाली दलित महिला ने रविवार को पुलिस में अपनी 9 साल की बच्ची से रेप की शिकायत दर्ज करवाई। शिकायतकर्ता ने बताया कि उनकी बेटी घर के बाहर खेल रही थी। इस दौरान रात 8:30 पर उधर से 55 साल का पीर मोहम्मद उधर से गुजरा। लड़की को अकेला देख कर पीर मोहम्मद बदनीयती से उसे बहला-फुसला कर खेतों की तरफ ले गया। यहाँ उसने पीड़िता से बलात्कार किया।
पीड़िता के रोने और चीखने-चिल्लाने का आरोपित पर कोई फर्क नहीं पड़ा। बाद में पीर मोहम्मद लड़की को लहूलुहान हालात में खेतों में छोड़ कर फरार हो गया। इधर काफी देर से गायब लड़की को खोजते उसके परिजन खेतों की तरफ गए तो उन्हें वहाँ बच्ची रोती हुई मिली। पीड़िता का स्थानीय अस्पताल में इलाज शुरू हुआ। बाद में हालत खराब होने पर बच्ची को लखनऊ रिफर कर दिया गया। पुलिस ने इस मामले में आरोपित पीर मोहम्मद पर IPC की धारा 376 (3) के साथ पॉक्सो एक्ट की धारा 3/5 व SC/ST एक्ट में केस दर्ज किया है।
#रायबरेली
9 साल की मासूम दलित बच्ची को खेत में ले जाकर किया रेप
55 साल के अधेड़ पीर मोहम्मद पर रेप का आरोप
मासूम बच्चे की हालत गंभीर,
लखनऊ ट्रॉमा सेंटर रेफर
आरोपी फरार पुलिस अब तक नहीं कर पाई है गिरफ्तार ।@raebarelipolice— Aditya Kamal Pandey(आदित्य पाण्डेय)Journalist (@AadiJournalist) November 6, 2023
अपने खिलाफ पुलिस में हुई शिकायत के बाद पीर मोहम्मद फरार हो गया। जिले के तमाम सीनियर अधिकारियों ने घटनास्थल का दौरा किया। रायबरेली के एडिशनल एसपी के मुताबिक आरोपित की तलाश में पुलिस की 4 टीमों को लगाया गया है। आरोपित को जल्द गिरफ्तार करने के आश्वासन के साथ उन्होंने बताया कि मौके पर लॉ एंड ऑर्डर की कोई समस्या नहीं है।
ऑपइंडिया ने इस मामले में पीड़िता के साथ अस्पताल में मौजूद बच्ची के चाचा से बात की। उन्होंने बताया कि बच्ची की हालत फ़िलहाल खतरे से बाहर है और खून बहना बंद हो चुका है। इलाज का खर्च भी उन्होंने सरकार द्वारा दिया जाना बताया। खुद को रायबरेली पुलिस की कार्रवाई से संतुष्ट बताते हुए बच्ची के चाचा ने कहा कि आरोपित पीर मोहम्मद बाल-बच्चेदार है। वह कबाड़ी का काम करता है। हमें यह भी बताया गया कि उनके गाँव में मुस्लिमों की तादाद दलितों से अधिक है। बच्ची के चाचा के अनुसार अभी तक भीम आर्मी जैसे संगठन से उनसे कोई मिलने नहीं आया है।