अंदरूनी कलह, एकजुटता की कमी… महाराष्ट्र में कांग्रेस की हार के पीछे रहीं ये बड़ी वजहें?

कांग्रेस पार्टी के पास कोई ठोस नैरेटिव नहीं था, जो एमवीए कैंपेन को मजबूत कर सके और इसे एक अच्छा विकल्प बना सके. बीजेपी ने विकास, हिंदुत्व और राष्ट्रवाद का सहारा लिया.

राहुल गांधीमहाराष्ट्र (Maharashtra) में महा विकास अघाड़ी की करारी हार ने कांग्रेस पार्टी को फिर से शुरुआती स्थिति में ला दिया है. 2024 के लोकसभा चुनावों के बाद, महायुति के खिलाफ़ हालात बन गए थे और इस पुरानी पार्टी के पास सबसे अमीर भारतीय राज्य में जीत हासिल करके भारतीय जनता पार्टी के विजय रथ को रोकने का मौका था लेकिन, एमवीए के चौंकाने वाले प्रदर्शन ने राष्ट्रीय पटल पर कांग्रेस के पुनरुत्थान की उम्मीदों को तोड़ दिया. इन नतीजों ने आम चुनावों में हासिल की गई इंडिया गठबंधन की बढ़त को भी खत्म कर दिया. इसने “संविधान को बचाने” और जाति जनगणना जैसे कांग्रेस के मुख्य चुनावी मुद्दों की भी हवा निकाल दी, जिन्हें लोकसभा चुनावों के दौरान लोगों ने खूब समर्थन दिया था.

फ्लॉप चुनाव प्रबंधन