कोलकाता। तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं मंत्री सुब्रत मुखर्जी ने मंगलवार को कांग्रेस के साथ चुनाव पूर्व गठबंधन की किसी भी संभावना से इनकार किया, हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि पार्टी के साथ चुनाव बाद गठबंधन के रास्ते खुले हैं.
सुब्रत मुखर्जी ने कहा, ‘बीजेपी को हराने के लिए जो भी जरूरी है, इस वक्त हम लोग वही करेंगे. हम लोग इसे अकेले लड़ेंगे. लोकसभा के नतीजों की घोषणा के बाद हम लोग सभी से चर्चा के बाद ही अपने अगले कदम पर फैसला करेंगे.’
टीएमसी के बयान पर कांग्रेस ने क्या कहा?
कांग्रेस के विपक्ष के नेता अब्दुल मन्नान ने हैरानी जताते हुए कहा था कि आखिर किसने तृणमूल को उनकी पार्टी के साथ गठबंधन के लिये पूछा. मन्नान के इसी बयान पर मुखर्जी ने यह प्रतिक्रिया दी.
मन्नान ने कहा, ‘‘क्या हमने उन्हें हमारे साथ गठबंधन के लिये कहा. हम लोग बंगाल में अकेले चुनाव लड़ना चाहते हैं. तृणमूल के साथ गठबंधन करना हमेशा से बुरा साबित हुआ है. यह तृणमूल ही है जिसने पश्चिम बंगाल से कांग्रेस का सफाया करने की कोशिश की.’’
तृणमूल प्रमुख ममता बनर्जी ने जुलाई में घोषणा की थी कि पार्टी 42वां लोकसभा चुनाव राज्य में अकेले लड़ेगी. तृणमूल ने हालांकि दिल्ली में हुई विपक्ष की कई बैठकों में हिस्सा लिया. लेकिन पार्टी ने राहुल गांधी को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनाने के एम के स्टालिन के प्रस्ताव का भी विरोध किया और कहा कि इस तरह की कोई भी घोषणा अपरिपक्व होगी, क्योंकि यह विपक्षी खेमे को बांटेगा.