इस्लामाबाद। आपने अक्सर भारत पाकिस्तान सीमा पर दोनों देशों की सेनाओं की तरफ से इस्तेमाल होने वाले आम मोर्टार के बारे में सुना होगा. लेकिन अब पाकिस्तान भारत के खिलाफ बड़ी साजिश को अंजाम देने की फिराक में लग गया है. पाकिस्तानी सेना दुनिया के कुछ देशों के पास मौजूद आधुनिक माने जाने वाले जीपीएस गाइडेड मोर्टार खरीदने की तैयारी में लगी है. इससे वह सीमा पर मौजूद हमारे जवानों को निशाना बना सके.
इन मोर्टार की सबसे खास बात ये है की जीपीएस की मदद से दुश्मन देश की सेनाओ पर अचूक निशाना लगाया जा सकता है. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक पाकिस्तानी सेना इन मोर्टार को खरीदने के लिए अपने दूतावास की मदद ले रही है. बता दें कि इन मोर्टार की टेक्नोलॉजी कुछ यूरोपियन देशों के साथ-साथ चीन के पास भी मौजूद है. हालाँकि चीनी मोर्टार के बारे में ज्यादा जानकारी उपलब्ध नहीं है.
रक्षा मंत्रालय से जुड़े एक अधिकारी के मुताबिक जीपीएस गाइडेड मोर्टार की सबसे खास बात ये होती है कि जीपीएस की मदद से दागे गए मोर्टार को टारगेट को हिट करने से पहले दिशा में परिवर्तन यानि कोर्स करेक्शन कराया जा सकता है. जिससे इन मोर्टार की मारक क्षमता बढ़ जाती है. जानकारी के मुताबिक जीपीएस की मदद से कम से कम टारगेट में ज्यादा रिजल्ट मिलता है.
देखा जाए तो दुनिया भर के देशों की सेनाएं अलग-अलग रेंज के मोर्टार का इस्तेमाल करती हैं. इन मोर्टार की रेंज 100 मीटर से लेकर करीब 5 किमी तक की होती है. जीपीएस गाइडेड मोर्टार का इस्तेमाल अमेरिकी सेना ने अफ़ग़ानिस्तान में तालिबनी आतंकियों के ठिकानों पर भी किया था. इन मोर्टार ने तालिबानी आतंकियों पर बेहद अचूक निशाने लगाये थे. ऐसे में काफी लम्बे वक़्त से इस्तेमाल हो रहे इन मोर्टार की टेक्नोलॉजी में लगातार बदलाव किया जा रहा है, जिससे वो पहले के मुकाबले अब ये और घातक हो चुके हैं.
कुछ जानकारो के मुताबिक मोर्टार ये भी पता लगा सकते है कि किस टारगेट पर हमला करना है और किस पर नहीं. पाकिस्तानी सेना के पास ऐसे मोर्टार मौजूद होने से वो इसका इस्तेमाल सीमा पर बने भारतीय सेना और बीएसफ के बंकर पर भी कर सकती है.