प्रियंका गांधी के महासचिव बनते ही PM मोदी का रिएक्शन- कुछ लोगों के लिए परिवार ही पार्टी

नई दिल्ली। लोकसभा चुनावों के ऐन पहले देश की राजनीति में प्रियंका गांधी की दस्तक पर तमाम सियासी हलकों से प्रतिक्रिया आ रही है. कांग्रेस में महासचिव के पद पर प्रियंका गांधी की एंट्री पर इशारों-इशारों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि कुछ लोगों के लिए परिवार ही पार्टी है, जबकि हमारे यहां पार्टी ही परिवार है. उन्होंने कहा कि देश के कुछ अन्य राजनीतिक दल कांग्रेस गोत्र के हैं. इसलिए जब हम कांग्रेस मुक्त देश की बात करते हैं, तब हमारा विरोध उसी संस्कृति से ही है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मेरा बूथ, सबसे मजबूत अभियान के तहत महाराष्ट्र के बारामती, गढ़चिरौली, हिंगोली, नांदेड़ और नंदुरबार के बूथ कार्यकर्ताओं संबोधित करते हुए कांग्रेस द्वारा एनसीपी प्रमुख शरद पवार का अपमान करने पर आलोचना की. पीएम मोदी ने कहा कि शरद पवार का एक ही दोष था कि वे कभी कांग्रेस अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ना चाहते थे. कांग्रेस में एक परिवार का विरोध अपराध है. आज वही शरद पवार कांग्रेस से जुड़ गए हैं.

बता दें कि महाराष्ट्र का बारामती एनसीपी प्रमुख शरद पवार का गढ़ रहा है. अब उनकी बेटी सुप्रिया सुले इस सीट का प्रतिनिधित्व करती हैं. साल 1999 में जब सोनिया गांधी को कांग्रेस अध्यक्ष बनाया गया तो उनके विदेशी मूल को मुद्दा बनाकर शरद पवार, तारिक अनवर और पीए संगमा जैसे कद्दावर कांग्रेस नेताओं ने कांग्रेस से अलग होकर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) का गठन किया. लेकिन 2004 के लोकसभा चुनाव में जब कांग्रेस पार्टी सबसे बड़ा दल बनकर उभरी तो NCP यूपीए सरकार का हिस्सा बन गई.

पीएम मोदी ने कहा कि अगर कोई पार्टी ऐसी है जो वास्तव में पूरी तरह से लोकतांत्रिक सिद्धांतों का पालन करती है तो वह बीजेपी है. उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी भारत के लोकतंत्र की सुरक्षा में हमेशा सबसे आगे रही है. आपातकाल का विरोध करने में हमारे लाखों कार्यकर्ता सबसे आगे थे. वहीं आज भी हमारे बहुत सारे कार्यकर्ता रजनीतिक हिंसा के शिकार होते हैं, लेकिन इसके बावजूद भी वे लोगों के हक की लड़ाई लड़ रहे हैं.

पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी सरकार पर हमला बोलते हुए पीएम ने कहा कि पश्चिम बंगाल में स्थानीय प्रशासन ने लोकतांत्रिक तरीकों से चुनाव नहीं कराए क्योंकि वे जानते थे कि अगर स्वतंत्र और निष्पक्ष तरीके से चुनाव हुए तो सत्ताधारी पार्टी को बुरी तरह से हार का सामना करना पड़ेगा. वे तानाशाही के रास्ते पर चलते रहें लेकिन हम लोक शाही के लिए प्रतिबद्ध हैं और हमेशा उसी रास्ते पर चलेंगे.

गौरतलब है कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने अपनी बहन प्रियंका गांधी को बुधवार को कांग्रेस महासचिव बनाते हुए उन्हें उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल की जिम्मेदारी सौंपी है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का क्षेत्र वाराणसी और गोरखपुर यूपी के इसी इलाके में हैं. ऐसे में प्रियंका गांधी को पूर्वांचल की जिम्मेदारी देकर कांग्रेस ने तुरुप का इक्का चला है. लेकिन कांग्रेस के इस फैसले को लेकर तमाम राजनीतिक दलों खासकर बीजेपी की तरफ से तीखी प्रतिक्रिया आई है. केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि उनके लिए पार्टी परिवार का विषय है, इसलिए ऐसी नियुक्ति स्वाभाविक है. लेकिन उनको सिर्फ पूर्वांचल तक ही सीमित क्यों रखा गया? उनके कद के हिसाब से उन्हें विस्तृत भूमिका दी जानी चाहिए थी.

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