नई दिल्ली। जम्मू कश्मीर को अलगाववाद, आतंक की आग में झोंकने वाले नेताओं को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है. एक न्यूज़ चैनेल को मिले दस्तावेज से खुलासा हुआ है कि 2015 से अब तक किस अलगाववादी को पाकिस्तान से कितनी और कहां से फंडिंग हुई है. पहले भी इस तरह की जानकारी मिली थी कि पाकिस्तान से, हाफिज सईद से अलगाववादियों को पिछले कुछ सालों में 7 करोड़ रुपये का आतंकी चंदा आया था.मिला, कहां से मिला. यहां आपको एक बात यह रखनी चाहिए कि ये वही अलगाववादी नेता हैं जो भारत की खाकर पाकिस्तान की गाते रहते हैं.
न्यूज़ चैनेल के पास जो टेरर फंडिंग से जुड़ा यह दस्तावेज हवाला कारोबारी मैनेजर जहूर अहमद शाह वताली के अकाउंटेंट इकबाल भट्ट के पास से मिली है. उसने इन दस्तावेजों में लिखा है कि कितने पैसे किसको दिए. इस दस्तावेज में यह नहीं लिखा है कि पैसा नकद दिया गया बैंक अकाउंट में जमा करवाया गया.
कौन है जहूर अहमद वटाली?
जहूर अहमद शाह वटाली कश्मीर का एक कारोबारी है. लश्कर ए तैयबा के प्रमुख हाफिज का फाइनेंशर और बैंकर है. वटाली संयुक्त अरब अमीरात से हवाला के जरिए भारत पहुंचाता था, इस पैसे का इस्तेमाल आतंकवादी घटनाओं को अंजाम देना भी था.
वटाली के गुरुग्राम, दिल्ली और श्रीनगर के घरों पर जून 2017 में छापेमारी की भी गई. अगस्त 2017 में वटाली के तीन करीबियों के घरों पर सुरक्षा एजेंसियों ने रेड मारी. वटाली को हिरासत में लेकर अधिकारियों ने पूछताछ भी की थी.
दस्तावेज के आधार पर, टेरर फंडिग की 2015-16 की लिस्ट
-गिलानी साब
25 लाख रुपये, 20 जुलाई 2015
20 लाख रुपये, 21 नवंबर 2016
-शब्बीर शाह- 10 लाख रुपये- 20 अप्रैल 2015
-यासीन मलिक- 15 लाख रुपये, 7 अप्रैल 2015
-मसरत आलम -10 लाख रुपये, 8 मार्च 2015
-अल्ताफ फंटूश- 15 लाख रुपये, 13 सितंबर 2015
-नसीम गिलानी- 15 लाख रुपये, 16 जून 2016
-शगुफ्ता – 5 लाख रुपये, 21नवबर 2015
-एडवोकेट शफी रिशी- 12 लाख, 17 जून 2016
कब-कब आया आतंकी फंड?
तीन मई 2015 को हाफिज सईद के जरिए दुबई से 52 लाख 5 हजार रुपये आए
15 मार्च 2016 को पाक हाई कमीशन से 30 लाख रुपये आए
20 अक्टूबर 2016 को पाक हाईकमीशन में तैनात अधिकारी इकबाल चीमा से 40 लाख रुपये आए