मुंबई इंडियंस और रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के बीच गुरुवार को खेले गए आईपीएल मैच की आखिरी गेंद पर विवाद उत्पन्न हो गया है. मुंबई के 187 रनों का पीछा करने उतरी कोहली की टीम बेंगलुरु को जीत के लिए अंतिम गेंद पर 7 रनों की दरकार थी. लेकिन यह गेंद नो बॉल होने के बावजूद गेंद करार दी गई और बेंगलुरू की टीम 6 रन से हार गई.
Last ball of the match. 7 to win, 6 for a super over. Warne: “Malinga has played 4000 games. He won’t bowl a no ball”. It wasn’t called… #ipl pic.twitter.com/6Fjqv41ZKq
— Ben Thapa (@BenThapa82) March 28, 2019
अंतिम ओवर में मुंबई के तेज गेंदबाज लसिथ मलिंगा बॉलिंग एंड पर थे और उनके सामने थे बेंगलुरु के शिवम दुबे. मलिंगा ने दुबे को गेंद की और इस दौरान उनका पैर क्रीज के बाहर था, लेकिन अंपायर की नजर इस पर नहीं पड़ी और मैच बेंगलुरु के पाले में चला गया.
हालांकि, अंपायर के इस फैसले पर कोहली ने सवाल उठाया और कहा कि हम आईपीएल लेवल पर क्रिकेट खेल रहे हैं कोई कल्ब क्रिकेट नहीं. अंतिम गेंद पर जो हुआ वह गलत था. अंपायर्स को अपनी आंखें खोलकर रखनी चाहिए. अगर यह मार्जिन का ही खेल है तो मुझे नहीं पता कि ऐसा क्यों हो रहा है. अंपायर को इस पर ध्यान देना चाहिए.
वहीं, मैच के बाद रोहित शर्मा ने कहा कि मुझे अभी पता चला कि हम क्रीज को पार कर गए थे. इस तरह की चीजें क्रिकेट के लिए अच्छी नहीं हैं. साथ ही उन्होंने भी अंपायर के एक फैसले पर सवाल उठाते हुए कहा कि बुमराह की एक गेंद जिसे वाइड दी गई वो वाइड नहीं थी. यह देखकर काफी निराशा हुई. अगर यह गेंद नो बॉल करार दी जाती तो न केवल एक गेंद मिलती तो बल्कि एक एक्सट्रा रन और एक फ्री हिट भी मिलती. ऐसे में मैच का रिजल्ट कुछ हो सकता था.