Narendra Modi Interview: लोकसभा चुनाव के लिए पहले चरण की वोटिंग से ठीक पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एबीपी न्यूज़ से खास बातचीत की है. इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चुनावी रणनीतियों से लेकर विपक्षी दलों के रुख को लेकर बातचीत की. पीएम मोदी ने हर उस सवाल का जवाब दिया जो हर हिन्दुस्तानी उनसे पूछना चाहता है. पीएम मोदी ने राजनीतिक सवाल, कूटनीतिक सवाल, अर्थशास्त्र से जुड़े सवाल और निजी सवालों सहित नेहरू-गांधी परिवार, राम मंदिर और कांग्रेस के घोषणापत्र पर चर्चा की.
एबीपी न्यूज़ ने पीएम मोदी से पहला सवाल उनके 60 महीने के कामकाज़ को लेकर पूछा. एबीपी न्यूज़ ने पीएम मोदी से पूछा, ”आपने कहा था कि आप 60 महीने का हिसाब देंगे. 60 महीने का कामकाज पूरा हो चुका है. क्या आपको एक बार भी ऐसा लगा कि इन 60 महीनों में कोई एक काम छूट गया है जो अभी आप करना चाहेंगे?
60 महीनों के काम का श्रेय जनता को जाता है- पीएम मोदी
इस सवाल के जवाब में पीएम मोदी ने कहा, ”पिछले एक हफ्ते से मैंने चुनाव अभियान में मतदाताओं से मिलना शुरू किया है. वैसे तो मैं गत 45 साल से भ्रमण करने वाला इंसान हूं, लेकिन विधिवत चुनाव घोषित होने के बाद पिछले सप्ताह से मेरा दौरा शुरू हुआ है. मैं लोगों के बीच जाकर सबसे पहले देश के मतदाताओं का धन्यवाद करता हूं, क्योंकि मैंने पिछली चुनाव में लोगों से कहा था कि आपने 60 साल का शासनकाल देखा है, मुझे 60 महीने दीजिए और मैं जाकर याद दिलाता हूं कि मैंने आपसे 60 महीने मांगे थे और अगर आपको मेरे 60 महीनों के काम से संतोष है तो उसका श्रेय मुझे नहीं आपको जाता है क्योंकि आपने मुझे अवसर दिया.”
‘कुछ होने वाला’ रवैया अब बदल गया है- पीएम मोदी
पीएम मोदी ने आगे कहा, ”जहां तक 60 साल और 60 महीने का सवाल है, देश ने अनुभव किया है कि एक प्रधानमंत्री लगातार काम करता रहे, कोई सवाल नहीं करता, एक प्रधानमंत्री सिर्फ और सिर्फ देश के लिए लगा रहे और कोई सवाल ना करता. पहले की सरकारों को लेकर लोगों के मन में रवैया क्या बन गया था. ‘अरे छोड़ो यार कुछ होने वाला नहीं है, चलो भई हमारा नसीब होगा देखा जाएगा. पॉलिसी पैरालिसिस की रोज खबरें अखबार में आतीं थी, कुछ हो नहीं रहा है, खबरें ये आती थीं कि भ्रष्टाचार हुआ, 60 महीने में आप देखेंगे कि नई-नई आशा-आकांक्षा की बात आती है.”
देश ने एक नए वर्क कल्चर को देखा है-पीएम मोदी
उन्होंने कहा, ”ये बहुत बड़ी बात है कि जब देश के सामान्य नागरिक के मन में एसपिरेशन्स पैदा होती है, ये बहुत बड़ी बात होती है और ये हुआ है और इसलिए मुझे संतोष है कि देश के सामने मैंने एक नया वर्क कल्चर, मिशन मोड में पूरे समर्पित भाव से सरकार चलाना, कड़े फैसले लेने पड़ें तो वो भी लेना, बड़े फैसले लेने पड़ें तो वो भी लेना और उसके कारण आप देख सकते हैं कि देश को एक गतिशील सरकार, एक काम करने वाली सरकार देश ने देखी है और देश ने एक नए वर्क कल्चर को देखा है.”
वाजपेयी और मोदी कांग्रेस गोत्र से नहीं आए-पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कहा, ”मैं ये पब्लिकली कहता हूं कि हमारे देश में आजादी के बाद सिर्फ दो प्रधानमंत्री ऐसे बने हैं, जो कांग्रेस गोत्र के नहीं हैं. बाकी जितने लोग बने किसी और दल से बने होंगे लेकिन उनका सबका गोत्र कांग्रेस रहा है. एक अटल बिहारी वाजपेयी और दूसरे नरेंद्र मोदी. ये दो लोग ऐसे हैं जो कांग्रेस गोत्र से नहीं आए हैं और इसलिए पहली बार देश को कांग्रेसी सोच वाली सरकार और बिन कांग्रेसी सोच वाली सरकार क्या होती है.”