श्रीलंका धमाका: 3 भारतीयों समेत 215 लोगों की मौत, करीब 500 घायल, 12 घंटे के लिए कर्फ्यू

कोलंबो/नई दिल्ली। श्रीलंका में ईस्टर पर रविवार को हुए तीन चर्चों और लग्जरी होटलों में हुए आत्मघाती हमलों समेत आठ बम धमाकों में 215 लोगों की मौत हो गई जबकि करीब 500 अन्य घायल हो गए. जान गंवाने वालों में तीन भारतीय लोकशीणी, नारायण चंद्रशेखर और रमेश भी हैं. विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी. उन्होंने कहा कि भारत ने श्रीलंका को हर संभव मदद का भरोसा दिया है.

उन्होंने कहा, ”श्रीलंका की नेशनल हॉस्पिटल ने भारतीय उच्चायोग को धमाके में 3 भारतीय नागरिकों की मौत होने की सूचना दी है. इनका नाम लोकशीणी, नारायण चंद्रशेखर और रमेश है. हम और अधिक जानकारी जुटा रहे हैं.”

 

Chowkidar Sushma Swaraj

@SushmaSwaraj

Indian High Commission in Colombo has conveyed that National Hospital has informed them about the death of three Indian nationals. Their names are Lokashini, Narayan Chandrashekhar and Ramesh. We are ascertaining further details. /3

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पुलिस प्रवक्ता रूवन गुनासेकरा ने बताया कि श्रीलंका में हुए सबसे खतरनाक हमलों में से एक, ये विस्फोट स्थानीय समयानुसार पौने नौ बजे ईस्टर प्रार्थना सभा के दौरान कोलंबो के सेंट एंथनी चर्च, पश्चिमी तटीय शहर नेगोम्बो के सेंट सेबेस्टियन चर्च और बट्टिकलोवा के एक चर्च में हुए. वहीं अन्य तीन विस्फोट पांच सितारा होटलों – शंगरीला, द सिनामोन ग्रांड और द किंग्सबरी में हुए.

अधिकारियों के मुताबिक सिनामोन ग्रांड होटल के रेस्तरां में एक आत्मघाती हमलावर ने विस्फोट कर खुद को उड़ा दिया. गुनसेखरा ने संवाददाताओं को बताया, “धमाकों में कम से कम 207 लोगों की जान गई है. वहीं न्यूज फर्स्ट चैनल के मुताबिक मृतकों की संख्या 215 है. रविवार को हुए धमाकों की किसी ने जिम्मेदारी नहीं ली है.

श्रीलंका में पूर्व में लिट्टे (एलटीटीई) ने कई हमले किए हैं. हालांकि 2009 में लिट्टे का खात्मा हो गया. गुनासेकरा ने कहा कि पुलिस फिलहाल इस बात की पुष्टि करने की स्थिति में नहीं है कि क्या सभी हमले आत्मघाती थे. उन्होंने हालांकि कहा कि काटुवापितिया (नेगोम्बो) चर्च में हुए बम धमाके में ऐसे संकेत मिलते हैं कि यह आत्मघाती हमले जैसा था.

एक अधिकारी ने कहा कि एक आत्मघाती हमलावर ने सिनामोह ग्रांड होटल के रेस्तरां में विस्फोट कर खुद को उड़ा दिया. गुनासेखरा ने कहा कि नेशनल अस्पताल में 66 शवों को रखा गया था जबकि 260 घायलों का अस्पताल में इलाज चल रहा है. उन्होंने कहा कि 104 शवों को नेगोम्बो अस्पताल में रखा गया है जबकि 100 घायलों का अस्पताल में इलाज चल रहा है.

उन्होंने कहा, “हमनें संदेह के आधार पर तीन लोगों को गिरफ्तार किया है.” विदेश सचिव रविनाथा अरियासिंघे ने कहा कि धमाकों में कम से कम 27 विदेशी मारे गए हैं. कोलंबो में चीनी दूतावास ने कहा कि धमाकों में कम से कम दो चीनी नागरिकों की मौत हुई है. दूतावास घायल चीनी नागरिकों की संख्या की पुष्टि करने की कोशिश कर रहा है.

इससे पूर्व दूतावास ने कहा था कि चार चीनी नागरिक धमाकों में घायल हुए हैं. स्थानीय पुलिस ने कहा कि धमाकों में करीब 500 लोग घायल हुए हैं. स्थानीय मीडिया की खबर के मुताबिक धमाकों में घायल हुए लोगों में भारत, पाकिस्तान, अमेरिका, मोरक्को और बांग्लादेश के नागरिक भी बताए जा रहे हैं. पुलिस प्रवक्ता रुवन गुनासेखरा ने कहा कि बाद में, राजधानी के दक्षिणी उपनगर में कोलंबो चिड़ियाघर के पास एक शक्तिशाली धमाका हुआ जिसमें दो लोगों की मौत हो गई.

आत्मघाती हमलावर ने खुद को उड़ाया
पुलिस ने बताया कि पुलिस की एक टीम ओरुगोदावट्टा क्षेत्र के एक घर में जब जांच के लिए गई तो वहां मौजूद एक आत्मघाती हमलावर ने खुद को उड़ा लिया. इस विस्फोट में तीन पुलिसकर्मियों की मौत हो गई. रविवार को यहां आठ विस्फोट हो चुके हैं. आठवें विस्फोट के तुरंत बाद सरकार ने तत्काल प्रभाव से कर्फ्यू लगा दिया. गुनासेखरा ने बताया कि यह कर्फ्यू अगले नोटिस तक प्रभावी रहेगा.

 

 

राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरिसेना ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है. सिरिसेना ने कहा, ‘‘ मैं इस अप्रत्याशित घटना से सदमे में हूं. सुरक्षाबलों को सभी जरूरी कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं.’’ प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे ने इसे ‘‘कायराना हमला’’ बताते हुए कहा कि उनकी सरकार ‘‘स्थिति को नियंत्रण’’ में करने के लिए काम कर रही है.

 

उन्होंने ट्वीट किया,‘‘ मैं श्रीलंका के नागरिकों से दुख की इस घड़ी में एकजुट एवं मजबूत बने रहने की अपील करता हूं. सरकार स्थिति को काबू में करने के लिए तत्काल कदम उठा रही है.’’

 

राजधानी में धार्मिक स्थलों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है और सरकार ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर अस्थायी रोक लगा दी है. श्रीलंका के आर्थिक सुधार एवं सार्वजनिक वितरण मंत्री हर्षा डी सेल्वा ने बताया कि श्रीलंका सरकार ने आपात बैठक बुलाई है. सभी आवश्यक आपातकालीन कदम उठाए गए हैं.

 

हेल्पलाइन नंबर
उन्होंने कहा, ‘‘ बेहद भयावह दृश्य, मैंने लोगों के शरीर के अंगों को इधर-उधर बिखरे देखा. आपातकालीन बल सभी जगह तैनात हैं.’’ कोलंबो में भारतीय उच्चायुक्त ने ट्वीट किया, ‘‘ विस्फोट आज कोलंबो और बट्टिकलोवा में हुए. हम स्थिति पर लगातार नजर रख रहे हैं. भारतीय नागरिक किसी भी तरह की सहायता, मदद और स्पष्टीकरण के लिए इन नंबरों पर फोन कर सकते हैं- +94777903082, +94112422788, +94112422789 .’’

 

उच्चायुक्त ने अन्य एक ट्वीट में लिखा, ‘‘ दिए गए नंबरों के अलावा भारतीय नागरिक किसी भी सहायता व मदद और अन्य किसी स्पष्टीकरण के लिए +94777902082, +94772234176 नंबरों पर फोन कर सकते हैं.’’

 

पहले धमाकों की खबर कोलंबो के सेंट एंटोनी चर्च और राजधानी के बाहर नेगोम्बो में सेंट सेबेस्टियन चर्च से आई. सेंट सेबेस्टियन चर्च के फेसबुक पेज पर अंग्रेजी में लिखी गई एक पोस्ट में कहा, “हमारे चर्च में एक बम धमाका, अगर आपके परिजन वहां हैं तो कृपया आइये और मदद कीजिए.”

 

चौकसी बढ़ाई गई
सोशल मीडिया पर चल रही तस्वीरों में सेंट सेबेस्टियन चर्च को धमाके में व्यापक नुकसान नजर आ रहा है. सरकारी डेली न्यूज की खबर के मुताबिक, इन विस्फोटों को देखते हुए भंडारनायके अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है. दंगा पुलिस और विशेष कार्य बल समेत अतिरिक्त सुरक्षा बल को हवाई अड्डे के पास तैनात कर दिया गया है.

 

सभी पुलिसकर्मियों की छुट्टियां रद्द कर दी गई है. स्वास्थ्य मंत्रालय के सूत्रों ने बताया कि डॉक्टर, नर्स और स्वास्थ्य अधिकारियों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं. सोमवार और मंगलवार को सरकारी स्कूलों को बंद करने की घोषणा कर दी गई है.

 

सरकारी स्कूलों में सोमवार और मंगलवार की छुट्टी कर दी गई है. कोलंबो जिले में ईस्टर पर होने वाली सभी प्रार्थना सभाएं रद्द कर दी गई हैं. श्रीलंका के पूर्व राष्ट्रपति महिंदा राजपक्षे ने इन हमलों को ‘नृशंस’ बताया है.

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