श्रीनगर। नेशनल कांफ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने गुरुवार को जम्मू कश्मीर में कांग्रेस के चुनाव प्रचार अभियान पर सवाल उठाते हुए कहा कि कांग्रेस के हाव-भाव को देखकर समझ नहीं आ रही है कि उसने प्रचार के मामले में भाजपा के आगे हथियार क्यों डाल दिए हैं? अब्दुल्ला ने ट्वीट किया, ‘कांग्रेस के पास छह सीटों में से चार पर टक्कर देने का मौका था और उनमें तीन पर भाजपा मुख्य विरोधी पक्ष है. लेकिन यह समझ से परे है कि जहां तक चुनाव प्रचार अभियान परिदृश्य की बात है तो भाजपा के आगे हथियार कैसे डाल दिये गये?’
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि चुनाव प्रचार अभियान में शीर्ष कांग्रेस नेताओं की गैर मौजूदगी राज्य के प्रति उनके दृष्टिकोण के बारे में काफी कुछ कहती है. उन्होंने ट्वीट किया, ‘यह कांग्रेस पार्टी और राज्य के प्रति उसके दृष्टिकोण के बारे में काफी कुछ कहता है. उसके नेतृत्व की एक भी चुनावी सभा नहीं हुई है.’ उन्होंने कहा कि जबकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह राज्य में कई रैलियों को संबोधित कर चुके हैं.
जम्मू कश्मीर में जम्मू में बीजेपी के पास अब तक 3 सीटें हैं. 1सीट पीडीपी और 1 सीट नेशनल कॉन्फ्रेंस के पास है. एक सीट खाली है. इस बार के चुनाव में नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस के बीच अघोषित गठबंधन है. चुनाव से पहले ही नेशनल कॉन्फ्रेंस ने साफ कर दिया था कि वह कश्मीर में किसी भी सीट पर गठबंधन नहीं करेगी. कांग्रेस ने घाटी में अपने ताकतवर उम्मीदवार नहीं उतारे हैं.
जम्मू कश्मीर में लोकसभा चुनाव 2014 में पहली बार बीजेपी ने लद्दाख सीट अपने नाम की थी. इस बार भी वहां पर मुकाबला चतुष्कोणीय है. जम्मू और ऊधमपुर में बीजेपी ने अपने मौजूदा सांसदों को ही मैदान में उतारा है. ऊधमपुर से केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह बीजेपी उम्मीदवार हैं.