इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के 51वें मैच के बाद मुंबई की टीम प्लेऑफ मेंऔपचारिक तौर पर जा सकी जब उसने हैदराबाद को अपने ही घर में सुपर ओवर में मात दी. मैच में जसप्रीत बुमराह ने सुपरओवर में शानदार गेंदबाजी कर टीम को जीत दिलाई. इस जीत के बारे में विस्तार से चर्चा करने पर मुंबई के कप्तान रोहित शर्मा ने कहा कि कुछ खिलाड़ियों पर निर्भर नहीं रहना और दबाव का बखूबी सामना करना उनकी टीम की सफलता की कुंजी रहा है.
एक मैच शेष रहते बनाई जगह प्लेऑफ में
मुंबई लीग मुकाबलों में एक मैच शेष रहते प्लेऑफ में जगह बनाने में कामयाब रही. रोहित ने कहा, ‘‘एक मैच बाकी रहते प्लेआफ में पहुंचना अच्छा रहा. हमने 2017 में खिताब जीता था और दो मैच बाकी रहते प्लेआफ में चले गए थे. एक टीम के रूप में हमने हालात का बखूबी सामना किया है.’’ फिलहाल मुंबई की टीम अंक तालिका में 16 अंकों के साथ दूसरे स्थान पर आ गई है.
162 रन पर हैदराबाद को रोकना उपलब्धि
इस लो स्कोरिंग मैच में रोहित ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी को चुना था, लेकिन इसके बाद भी टीम के बल्लेबाज केवल 162 रन बना सके. इसके बाद भी टीम के गेंदबाज हैदराबाद की टीम को 162 रन पर रोकने में कामयाब रहे. रोहित ने कहा, ‘‘हमारे कई खिलाड़ियों ने जिम्मेदारी ली है और हम कुछ पर निर्भर नहीं है. यही वजह है कि शीर्ष पांच बल्लेबाजों में क्विंटोन डिकाक को छोड़कर हमारी टीम से कोई नहीं है क्योंकि हम एक टीम के रूप में अच्छा खेल रहे हैं.’’
कहीं धोनी को चेतावनी तो नहीं दे दी
रोहित ने बातों ही बातों में इशारा कर दिया कि उनकी टीम चेन्नई से बेहतर क्यों है. उन्हें इशारों में कहा कि उनकी टीम एक दो खिलाड़ियों पर निर्भर नहीं है. इस सीजन में माना जा रहा है कि चेन्नई की टीम ऐसी है कि वह अपने कप्तान धोनी पर पूरी तरह से निर्भर है. हालांकि रोहित का इशारा हैदराबाद के डेविड वार्नर और जॉनी बेयरस्टॉ की ओर भी था जिनपर टीम निर्भर दिख रही थी, लेकिन उनके बयान से साफ था वे वास्तव में इशारा किस ओर कर रहे हैं. रोहित ने कहा, ‘‘आपको अगर टूर्नामेंट जीतना है तो हर किसी को अच्छा प्रदर्शन करना होगा. यह एक टीम की निशानी है. हम व्यक्तिगत कौशल के आधार जीतने में यकीन नहीं करते. हम चाहते हैं कि हर खिलाड़ी जीत में योगदान दे.’’
पहले बल्लेबाजी के फैसले पर शर्मा ने कहा कि बेंगलुरू के खिलाफ आसान लक्ष्य का पीछा करना मुश्किल हो गया था. उन्होंने कहा ,‘‘ इस साल हालात ऐसे थे कि गेंद दूसरे हाफ में काफी स्पिन ले रही थी. हमने आरसीबी के खिलाफ देखा कि 170 रन का पीछा करना मुश्किल हो गया था. हमने यह तय किया कि यह अहम मैच है और हम बड़ा स्कोर बनाकर उन्हें लक्ष्य का पीछा करने देंगे.’’
मुंबई की बढ़ी ताकत
मुंबई की टीम प्वाइंट टेबल में अब चेन्नई को चुनौती देने की स्थिति में आ गई है. अगर चेन्नई की टीम अपना आखिरी मैच हार जाती है तो मुंबई की ही टीम उसे प्वाइंट टेबल के टॉप स्थान से नीचे कर सकती हैं. मुंबई का नेट रन रेट चेन्नई और दिल्ली दोनों से ज्यादा है. अब इस बात की संभावना ज्यादा है कि मुंबई की टीम प्वाइंट टेबल की पहली या दूसरी टीम ही बनेगी.