नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव 2019 (lok sabha elections 2019) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में आज साउथ ब्लॉक में केंद्रीय कैबिनेट की आखिरी बैठक होगी. यह बैठक शाम पांच बजे होगी. इसके बाद प्रधानमंत्री मंत्रिपरिषद की बैठक में भी शरीक होंगे. यहां 16वीं लोकसभा को भंग करने के लिए एक प्रस्ताव पारित होगा, जिसे प्रधानमंत्री द्वारा राष्ट्रपति को सौंपा जाएगा. प्रधानमंत्री 16वीं लोकसभा भंग करने को लेकर इस सिफारिश पत्र को राष्ट्रपति को सौपेंगे. जाहिर तौर पर राष्ट्रपति उस सिफारिश को स्वीकार कर लोकसभा भंग करने का आदेश देंगे, जिसकी प्रक्रिया होती है.
जानकारी के अनुसार, कल यानि 25 मई को बीजेपी के नवनिर्वाचित सांसदों की बैठक होने की संभावना है. इसके लिए पार्टी ने सभी निर्वाचित सांसदों को कल सुबह तक दिल्ली पहुंचने का निर्देश दिया है. सांसदों की बैठक के लिए संसद का सेंट्रल हॉल कल और परसों यानि 25 और 26 मई के लिए बुक कराया गया है. इस बैठक में नरेंद्र मोदी को संसदीय दल का नेता चुनने की औपचारिकता निभाई जाएगी. यहां पीएम मोदी को संसदीय दल के नेता घोषित करने का पत्र तैयार किया जाएगा. इसके अलावा NDA गठबंधन के सहयोगी दलों का भी पत्र सम्मिलित किया जाएगा.
उन पत्रों को लेकर पीएम मोदी अन्य वरिष्ठ नेताओं के साथ सरकार बनाने का दावा पेश करने राष्ट्रपति के पास जायेंगे. संभावना है कि पीएम मोदी और BJP के वरिष्ठ नेताओं के साथ NDA सहयोगी दलों के बड़े नेता भी राष्ट्रपति के पास जाएंगे. यहां राष्ट्रपति को पत्र सौंपकर सरकार बनाने का दावा पेश किया जाएगा. संविधान के अनुसार, बहुमत के नेता को राष्ट्रपति सरकार बनाने का न्योता देंगे. उसके बाद शपथ की प्रक्रिया शुरू होगी. तारीख और जगह तय होने के बाद नरेंद्र मोदी दोबारा प्रधानमंत्री पद की दोबारा शपथ लेंगे. माना जा रहा है कि शपथ ग्रहण समारोह इसी महीने ही होगा.
इसके अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वाराणसी जाने का भी कार्यक्रम है. वे वाराणसी की जनता को धन्यवाद देंगे. संभावना है कि 28 मई को पीएम मोदी अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी जाएं. उधर, अरुणाचल प्रदेश में भी बीजेपी की सरकार को शपथ लेनी है. प्रदेश बीजेपी की कोशिश है कि शपथ ग्रहण समारोह में पीएम मोदी प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने के बाद ही आएं.