टीम इंडिया की विश्व कप 2019 में जीत की संभावनाओं के बारे में हर कोई एक्सपर्ट की राय जानना चाहता है. भारत के पूर्व कप्तान और महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर से बेहतर इस बारे में सटीक राय भला और कौन दे सकता है. अभी टीम इंडिया को 30 मई से इंग्लैंड एंड वेल्स में शुरू होने वाले क्रिकेट के महाकुंभ के खिताब का प्रबल दावेदार माना जा रहा है.
आईपीएल से अलग है टीम इंडिया में विराट की कप्तानी
हाल ही में सम्पन्न हुई इंडियन प्रीयिमर लीग (आईपीएल) में विराट की कप्तानी की बहुत आलोचना हुई, लेकिन महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर भारतीय कप्तान के पक्ष में हैं. अब विश्व कप में टीम की जीत इस बात पर भी निर्भर करेगी कि विराट कोहली की कप्तानी प्रतियोगिता में कितनी प्रभावशाली साबित होती है. पिछले कुछ सालों में देखा भी गया है कि विराट आईपीएल में कितने भी असफल कप्तान हों, इंटरनेशनल लेवल पर वे एक सफल कप्तान हैं.
आईपीएल और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की तुलना ठीक नहीं
तेंदुलकर ने कहा, “मैं समझता हूं कि हमें आईपीएल और भारत के लिए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेलने की तुलना नहीं करनी चाहिए. दोनों अलग-अलग प्रारूप हैं, एक टी-20 है जिसमें आपकी टीम में कई विदेशी खिलाड़ी हैं और दूसरा ऐसा प्रारूप है जहां आपकी टीम में सभी भारतीय खिलाड़ी हैं. इसलिए हमें दोनों की तुलना नहीं करनी चाहिए. जाहिर तौर पर जब बात कप्तानी पर आती है तो विराट पूरी तरह से प्रतिबद्ध है.”
धोनी की भूमिका हो जाती है अहम
इसी मामले में सचिन ने यह भी माना कि अनुभवी महेंद्र सिंह धोनी को रोल विकेट के पीछे अहम होगा और कोहली के लिए यह बहुत अच्छी बात है कि उनके पास इतना अनुभवी खिलाड़ी है. तेंदुलकर ने कहा, “धोनी का विकेट के पीछे खड़े होने का अनुभव टीम की बहुत मदद करेगा क्योंकि उस स्थान पर खड़े होकर वे सबकुछ अच्छे से देख सकते हैं. वहां खड़े होकर, वह पूरे मैदान को उसी तरह देख सकते हैं जिस तरह से एक बल्लेबाज देखता है.”
क्या धोनी की राय को अब भी अहमियत देंगे विराट
सचिन ने कहा, “धोनी की राय महत्वपूर्ण होंगी क्योंकि उन्हें पता होगा कि पिच कितनी अच्छी या बुरी है, क्या गेंद रुक आ रही है या यह बल्ले पर अच्छे से आ रही है. जो भी स्थिति हो, वह इसे कप्तान और गेंदबाज के साथ भी साझा करेंगे. इसलिए किसी अनुभवी खिलाड़ी का विकेट के पीछे होना हमेशा मददगार होता है.” टीम इंडिया के कई मैचों में देखा गया है कि विराट धोनी की सलाह को बहुत ज्यादा अहमियत देते हैं.
तीन खिलाड़ियों पर निर्भरता पर क्या कहा सचिन ने
टूर्नामेंट से पहले यह भी कहा जा रहा है कि भारतीय टीम शीर्ष तीन खिलाड़ियों (शिखर धवन, रोहित शर्मा और कोहली) पर अधिक निर्भर है. तेंदुलकर ने भी कहा कि कुछ मुकाबले ऐसे हो सकते हैं जहां एक खिलाड़ी मैच जिताएगा. तेंदुलकर ने कहा, “मुझे ऐसा नहीं लगता कि टीम शीर्ष तीन पर निर्भर है. मुझे लगता है कि अगर हमें इस टूर्नामेंट में आगे बढ़ना है तो सभी खिलाड़ियों को एक-दूसरे को साथ निभाते हुए अच्छा प्रदर्शन करना होगा.”
टीम प्रदर्शन का कोई विकल्प नहीं
सचिन ने इस बात पर जोर देते हुए कहा, “ यह नहीं हो सकता है कि केवल एक व्यक्ति प्रदर्शन करता रहे और आप टूर्नामेंट में आगे बढ़ें. हो सकता है कि एक या दो मैच ऐसे हो जहां एक खिलाड़ी कुछ बड़ा करे, लेकिन अन्यथा आपको प्रतियोगिता में आगे बढ़ने के लिए टीम के अन्य खिलाड़ियों की जरूरत होगी.” सचिन हमेशा से ही टीम के संयुक्त प्रदर्शन पर जोर देते रहे हैं.
क्यों है टीम इंडिया खिताब की प्रबल दावेदार
तेंदुलकर यह भी मानते हैं कि भारत को खिताब का प्रबल दावेदार माना जाना चाहिए. उन्होंने कहा, “मुझे लगता है कि एक टूनामेंट में भाग लेते समय अगर दुनिया आपको सबसे बेहतरी टीम मान रही है तो यह अच्छी चीज है. हमने पिछले कुछ समय में बहुत अच्छी क्रिकेट खेली है. इस टूर्नामेंट में उस आत्मविश्वास को आगे ले जाना महत्वपूर्ण होता है. लेकिन यह एक नया टूर्नामेंट है और अतीत में कुछ भी हुआ हो, हमें इस बात पर अपना ध्यान केंद्रित करने की जरूरत है कि हमारे पास कितने मौके हैं और अपनी क्षमता के अनुसार खुद को तैयार करें.”
उन्होंने आगे कहा, “विश्व कप एक बड़ा टूर्नामेंट होने जा रहा है और मुझे यकीन है कि हम उस स्थिति में है कि वहां जाकर भारतीय क्रिकेट के सभी शुभचिंतकों की उम्मीदों पर खरा उतरें.” विश्व कप में भारत का पहला मैच पांच जून को दक्षिण अफ्रीका से होगा.