नई दिल्ली। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धांजलि देने के लिए दिल्ली के इंदिरा गांधी स्टेडियम में सार्वजनिक, सर्वदलीय प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया. इस कार्यक्रम में मोदी सरकार के तमाम कैबिनेट मंत्रियों अलावा विपक्षी दलों के नेता और विभिन्न क्षेत्रों की गणमान्य हस्तियां मौजूद हैं. प्रार्थना सभा में योगगुरु बाबा रामदेव और आध्यात्म की दुनिया से जुड़े लोग भी शामिल हुए.
प्रार्थन सभा में पीएम मोदी ने कहा कि 11 मई को परमाणु परीक्षण अटल जी की दृढ़ता की वजह से हुआ. उसके बाद दुनिया ने भारत पर प्रतिबंध लगा दिया. लेकिन ये अटल थे जो 11 मई को परीक्षण के बाद 13 मई को एक बार फिर दुनिया को चुनौती देते हुए भारत की ताकत का अहसास कराया.
लंबी बीमारी के बाद अटल बिहारी वाजपेयी का बीते 16 अगस्त को दिल्ली के एम्स अस्पताल में निधन हो गया था. इसके बाद केंद्र सरकार ने 7 दिन के राष्ट्रीय शोक का ऐलान किया है. वाजपेयी के निधन पर कई राज्यों में भी राजकीय शोक का ऐलान किया गया था. सोमवार को उनकी याद में आयोजित प्रार्थना सभा में विभिन्न दलों के वरिष्ठ नेता और आम जनता भी शामिल हुई.
वाजपेयी की अस्थियों को बीते दिन ही हरिद्वार में उनके परिजनों ने गंगा नदी में प्रवाहित किया है. दिवंगत नेता की अस्थियों का कलश लेकर उनकी पुत्री नमिता, दामाद रंजन भट्टाचार्य और नातिन निहारिका हर की पैड़ी पर स्थित ब्रहमकुंड पहुंचे जहां उन्होंने वैदिक मंत्रोच्चार के बीच उनकी अस्थियों को गंगा नदी में प्रवाहित किया गया. केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह, बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह, यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने अस्थियों को गंगा में प्रवाहित करने से पहले अस्थि कलश यात्रा भी निकाली थी.