नई दिल्ली। sc/st एक्ट को लेकर केंद्र सरकार का जो रवैया रहा उससे देश का एक बड़ा तबका भाजपा से काफी नाराज है। बिगड़ा देश का मूडईण्डिया टुडे के मूड ऑफ द नेशन जुलाई 2018 पोल (MOTN,जुलाई 2018) के अनुसार यदि आज की तारीख में चुनाव हुए तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में राष्ट्रीय लोकतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) 2019 में सत्ता बचाए रखने में कामयाब रह सकती है तो वहीं यदि महागठबंधन की कवायद में लगी कांग्रेस, समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी और तृणमूल कांग्रेस एक होकर चुनाव लड़ते हैं तो लोकसभा के त्रिशंकु होने की संभावना है.
MOTN, जुलाई 2018 के अनुसार भाजपा के लिए ज्यादा चिंताजनक वह संभावना है जिसमें विपक्ष अगर एकजुट हो जाता है और महागठबंधन बना लेता है, जिसमें मुख्य रूप से कांग्रेस, टीएमसी, सपा, बसपा और जेडी(एस) होंगे. तो यह गठबंधन 224 सीटें जीतकर एनडीए की बराबरी पर आ सकता है. जिसकी महागठबंधन की सूरत में सीटें घटकर 228 रह जाएंगी. ऐसे में संसद त्रिशंकु होगी और भाजपा की अपनी सीटें घटकर 194 पर आ जाएगी.
हालांकि फिर भी बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी होगी लेकिन सरकार बनाने के लिए उसे पार्टियों की टूट-फूट पर निर्भर होना पड़ेगा. इस स्थिति में बीजेपी के सबसे दमदार चेहरे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की साख को झटका लगेगा. संभव है कि वे ऐसे गठबंधन की सरकार से दूर रहें.
इस सर्वे में एक तीसरी संभावना भी है, जिसमें यदि अन्नाद्रमुक एनडीए में शामिल हो जाती है. तब भी एनडीए का गठबंधन बहुमत से पीछे रह सकता है.
बता दें कि जुलाई में किया गया MOTN का यह सर्वेक्षण बतलाता है कि एक साल पहले के सर्वे में बीजेपी को जो 298 सीटों की आरामदायक बढ़त हासिल हुई थी, वह घटकर 245 सीटों पर आ गई है. मसलन बीजेपी अपने दम पर 272 सीटों के बहुमत के आंकड़े से 27 सीटें कम रहेगी. हालांकि सर्वे यह भी बताता है कि एनडीए अपने सहयोगी दलों के साथ 281 सीटें जीतने में कामयाब होगी. लिहाजा उसके आज की तुलना में बड़ी बहुमत की सहूलियत नहीं रहेगी.