आज 19 सितम्बर को दुबई में भारत-पाकिस्तान के बीच क्रिकेट की बड़ी भिड़ंत होने जा रही है. लेकिन इस मुकाबले से पहले पाकिस्तान क्रिकेट टीम के कप्तान सरफराज के मामा यह तो चाहते हैं कि उनका भांजा अपनी टीम के लिए शतक लगाए जबकि जीत भारत की हो. सरफराज के मामा की यह भी इच्छा है कि जब भी सरफराज क्रिकेट से संन्यास ले तो उसके बाद वह पाकिस्तान के पीएम बनें.
यूपी के इटावा शहर के कृषि इंजीनियरिंग कॉलेज में बाबू के पद पर तैनात हैं पाकिस्तान क्रिकेट टीम के कप्तान सरफराज के मामा महबूब हसन ने अपने ऑफिस में बातचीत करते हुए कहा कि ‘उन्हें पाकिस्तान की तरफ से अपने भांजे को शतक लगाते देखना अच्छा लगता है लेकिन वह जीतते वह अपने देश इंडिया को ही देखना पसंद करते हैं.’
इसके साथ ही उन्होंने बताया कि उनका भांजा सरफराज बचपन से ही नटखट स्वभाव का है और उसे क्रिकेट खेलने का शोक बचपन से ही है. उन्होंने बताया कि सरफराज बचपन में खाली समय मे गेंद को रस्सी में बांध कर बल्लेबाजी की प्रैक्टिस किया करते थे. क्रिकेट के प्रति उसके जनून ने उसे आज पाकिस्तान क्रिकेट टीम का कप्तान बना दिया है.
सरफराज के मामा बताते है कि उनकी सरफराज के मुलाकात अपनी शादी के समय के बाद से नही हुई है. लेकिन रात के समय अकसर मोबाइल से बात होती है.
पाक क्रिकेट टीम के कप्ताम सरफराज के मामा महबूब हसन भारत पाकिस्तान के बिगड़ते रिश्तो को लेकर बेहद चिंतित रहते हैं. उनका कहना हैं कि इस समय पाकिस्तान के पीएम पूर्व क्रिक्रेटर इमरान खान से वह उम्मीद रखते हैं कि वो भारत-पाक रिश्तो को सुधारने की दिशा में प्रयास करेंगे.
उनकी यह भी इच्छा है कि क्रिकेट से सन्यास लेने का बाद उनका भांजा भी पाकिस्तान का पीएम बने और वह भारत और पाकिस्तान में आने जाने की वो व्यवस्था दे जैसे लोग नेपाल जाते हैं. उनकी इच्छा है कि दोनों देशों के बीच रहने वालो को एक दूसरे देश मे आने जाने के लिए वीजा का नियम समाप्त हो.