नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने घाटी में पुलिसवालों पर बढ़ते आतंकी हमलों और हिजबुल मुजाहिद्दीन की ओर से दी गई धमकी के मद्देनजर बेहद सख्त टिप्पणी की है. उन्होंने आतंकियों और अलगाववादियों को साफ संदेशदेते हुए कहा है जो लोग गोली चला रहें हैं उन्हें भी गोली ही मिलेगी. जी मीडिया के साथ हुई एक खास बातचीत में उन्होंने कहा, “जो गोली चला रहे हैं उनका स्वागत कोई फूलों से तो होगा नहीं, उन्हें गोली ही मिलेगी.” इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि पंचायत चुनाव तय वक्त पर होगें और हर सरपंच का 10 लाख का बीमा होगा. इसके अलावा उन्होंने इस बात का भी दावा किया है कि सरपंचों को सिक्योरिटी और रहने के लिए जगह भी दी जाएगी.
राज्यपाल बोले- हर किसी को सुरक्षा नहीं दे सकते
कश्मीर के राज्यपाल ने सीमा पर शहीद हुए बीएसएफ जवान के बारे में बात करते हुए कहा, “जवान की हत्या पाकिस्तानी सैनिकों ने की वो बर्बरता पूर्ण है. लेकिन आज जिन तीन लोगों की हत्या हुई है वो एक्स्ट्रीमिस्ट ने की है.” उन्होंने आगे कहा, “जब कोई एलिमेंट फ्रस्टएड हो जाता है तो वो निहत्थे को पकड़ता है. अब हर किसी को तो सुरक्षा दे नहीं सकते हैं. ये लोकल लड़के हैं जो फ्रस्टेड हैं, जिनको हम समझा रहे हैं.”
गुरुवार रात लापता हो गए थे 4 पुलिसकर्मी
गौरतलब है कि जम्मू और कश्मीर के शोपियां में गुरुवार रात से लापता 4 पुलिसकर्मियों में से 3 के शव शुक्रवार सुबह बरामद किए गए हैं. मरने वालों में दो एसपीओ और एक पुलिस कॉन्स्टेबल शामिल हैं. फिलहाल तीसरे एसपीओ के बारे में सूचना नहीं है और उसकी तलाशी के लिए राज्य पुलिस और सुरक्षाबलों की तरफ से संयुक्त अभियान चलाया जा रहा है.
संयुक्त सर्च अभियान में मिले 3 शव
शुक्रवार सुबह जैसे ही सुरक्षाबलों को पुलिसकर्मियों के लापता होने की जानकारी मिली, उसके बाद से पुलिस के साथ मिलकर एक संयुक्त सर्च अभियान चलाया गया. जानकारी के अनुसार, सुरक्षाबलों और पुलिस के संयुक्त अभियान में वनगांव से 2 एसपीओ और एक कॉन्स्टेबल के शव को बरामद किया गया. प्रारंभिक जानकारी के मुताबिक, हिजबुल मुजाहिद्दीन के आतंकवादियों ने 3 एसपीओ और 1 कॉन्स्टेबल का अपहरण कर लिया था और फिर उनकी हत्या कर दी.
आतंकी धमकी के चलते 5 पुलिसवालों ने दिया इस्तीफा
जम्मू और कश्मीर में पुलिसवालों पर बढ़ते आतंकी हमलों और हिजबुल मुजाहिद्दीन की ओर से दी गई धमकी से घबराए एक विशेष पुलिस अधिकारी (एसपीओ) ने भी इस्तीफा दे दिया है. जम्मू और कश्मीर पुलिस विभाग से यह अब तक का पांचवां इस्तीफा बताया जा रहा है. एसपीओ तजाला हुसैन लोन ने अपना इस्तीफा 17 अगस्त को देने की बात कही है. उनके अलावा एसपीओ शाबिर अहमद, उमर बशीर, नवाज अहमद और कांस्टेबल मोहम्मद इरशाद बाबा भी अपना इस्तीफा दे चुके हैं.