नई दिल्ली। भारतीय टीम के पूर्व कप्तान और अंडर-19 तथा इंडिया-ए टीम के कोच राहुल द्रविड़ ने एशिया कप-2018 में शानदार प्रदर्शन कर रही अफगानिस्तान टीम की तारीफ की है. राहुल ने कहा कि अफगानिस्तान ने अपने आप को साबित किया है. राहुल ने साथ ही कहा कि एशिया कप में भारत के लिए सिर्फ पाकिस्तान की टीम ही नहीं बल्कि अफगानिस्तान और बांग्लादेश जैसी टीमें भी हैं जो अच्छा प्रदर्शन कर रही हैं.
राहुल द्रविड़ ने कहा, “अफगानिस्तान भी काफी अच्छा कर रही है. पूरे टूर्नामेंट में फोकस पाकिस्तान पर है, लेकिन अफगानिस्तान और बांग्लादेश भी अच्छा कर रही हैं. अफगानिस्तान ने बताया है कि वह भी अच्छी टीम है जिसमें बड़ी टीमों को हराना का माद्दा है. मैं एक टीम के लिहाज से देखूंगा तो मैं सिर्फ पाकिस्तान को ही नहीं बाकी टीमों को भी देखूंगा. इसमें कोई शक नहीं है कि हमारी टीम अच्छी है, लेकिन हमें पाकिस्तान के अलावा बाकी टीमों से भी सावधान रहना चाहिए.”
भारतीय टीम के मुख्य कोच रवि शास्त्री ने हाल ही में कहा था कि मौजूदा भारतीय टीम बीते 15-20 वर्षों में भारत की सर्वश्रेष्ठ टीम है. राहुल ने हालांकि कहा कि वह शास्त्री के बयान पर कुछ नहीं कह सकते हैं लेकिन उनका मानना है कि टीम को गलतियों से सीखना चाहिए ताकि अगली बार जब वहां जाएं तो वो गलतियां न दोहराएं.
45 वर्षिय इस दिग्गज ने कहा, “मैं किसी और के बयान पर कुछ नहीं कह सकता. मैं सिर्फ इतना कह सकता हूं कि हमने इस सीरीज से क्या सीखा ताकि जब हम अगली बार वहां जाएं तो पुरानी गलतियां न दोहराएं. कौन सी टीम सर्वश्रेष्ठ है कौन सी नहीं इस बारे में मैं कुछ नहीं कह सकता.”
उन्होंने कहा, “हमारे लिए जरूरी है कि हम जब अगली बार वहां जाएंगे तो क्या सीख के जाएंगे. इंग्लैंड जैसा दौरा तीन-चार साल में एक बार आता है. इस तरह की हार से टीम के खिलाड़ी, सहयोगी स्टाफ भी मायूसी महसूस करता है क्योंकि आप नहीं जानते कि समय कब बदले और अगली बार क्या हो. इस बार हमारी टीम काफी अच्छी थी, लेकिन कुछ चीजें हमारे हिसाब से नहीं हुईं.”
राहुल का मानना है कि भारत ने इंग्लैंड में अच्छी प्रतिस्पर्धी क्रिकेट खेली और उसके पास जीतने के कुछ मौके भी थे जो वो गंवा बैठी.
राहुल ने कहा, “भारत के पास कई मौके थे. हमने अच्छी क्रिकेट खेली. वहां की स्थितियां काफी अलग थी खासकर बल्लेबाजों के लिए, लेकिन फिर भी हमने अच्छा प्रदर्शन किया और अच्छी प्रतिस्पर्धा दिखाई. मुझे भरोसा है कि टीम का भी यही मानना होगा कि वह जीत सकते थे, और ऐसे मौकों को उन्होंने गंवा दिया. उन्होंने कई मौकों पर अच्छा खेला, लेकिन वह मैच फीनिश करने में सफल नहीं रहे. मुझे लगता है कि इस दौरे से भी काफी कुछ सकारात्मक चीजें सीखने को हैं खासकर हमारी तेज गेंदबाजी, फील्डिंग.”
राहुल ने कहा कि इंग्लैंड का दौरा बल्लेबाजों के लिए आसान नहीं होती और इसलिए सीरीज में दोनों टीमों के बल्लेबाजों को परेशानी हुई.
पूर्व कप्तान ने कहा, “ईमानदारी से कहूं तो इंग्लैंड में स्थितियां बल्लेबाजों के लिए काफी मुश्किल होती है. वहां बल्लेबाजी करना आसान नहीं होता. दोनों टीमों के बल्लेबाजों ने वहां संघर्ष किया. अगर आप विराट कोहली को हटा दें तो बल्लेबाजों के लिए यह आसान सीरीज नहीं थी. सभी बल्लेबाजों के परेशानी हो रही थी. मैंने वहां खेला इसलिए मुझे पता है कि वहां कैसी स्थितियां हैं.”