महाराष्ट्र में सियासी उठापटक, देवेंद्र फडणवीस ने ली सीएम पद की शपथ
फडणवीस ने अपने पास 173 विधायकों के समर्थन होने का किया दावा
मुंबई। महाराष्ट्र की सियासत में शनिवार सुबह तब एक बड़ा सियासी उलटफेर देखने को मिला, जब सुबह करीब 8 बजे बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. उनके साथ ही एनसीपी नेता अजित पवार ने डिप्टी सीएम पद की शपथ ली. इसके पहले ये लगभग तय माना जा रहा था कि उद्धव ठाकरे के नेतृत्व में शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस मिलकर सरकार बनाएगी. हालांकि, पूरा घटनाक्रम अचानक से बदल गया. जानिए कब, क्या हुआ?
शुक्रवार देर शाम देवेंद्र फडणवीस राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के पास सरकार बनाने का दावा पेश करने पहुंचे. फडणवीस ने अपने पास 173 विधायकों के समर्थन होने का दावा किया. इस दावे में देवेंद्र फडणवीस ने एनसीपी के 54 विधायक और 14 निर्दलीय और अन्य विधायकों के समर्थन होने का दावा किया.
रात 11:45 बजे के आसपास एनसीपी विधायक दल के नेता अजित पवार राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के पास एनसीपी के 54 विधायकों की हस्ताक्षर सहित सूची लेकर पहुंचे. अजित पवार ने अपना समर्थन देवेंद्र फडणवीस और बीजेपी को देने का पत्र राज्यपाल को सौंपा. एनसीपी का समर्थन पत्र मिलने के बाद राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी इस बात से संतुष्ट हो गए कि देवेंद्र फडणवीस के पास सरकार बनाने के लिए बहुमत का आंकड़ा है.
रात 12 बजे ही राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने केंद्र को राज्य में गठबंधन सरकार बनने के हालात बनने की जानकारी देते हुए राष्ट्रपति शासन हटाने की सिफारिश भेज दी.
सुबह 6:00 बजे के आसपास राज्यपाल ने सुबह देवेंद्र फडणवीस शपथ दिलाने का फैसला किया.
सुबह 6:45 बजे देवेंद्र फडणवीस ने राज्यपाल से निवेदन किया कि वो मुख्यमंत्री और अजित पवार उपमुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे.
बीजेपी की तरफ से शपथ ग्रहण की अर्जी मिलने के बाद ही राज्यपाल ने सुबह 8 बजकर 07 मिनट पर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और उप मुख्यमंत्री अजित पवार की शपथ ग्रहण कराई. इस तरह महाराष्ट्र की राजनीति में बड़ा उलटफेर हो गया और मुख्यमंत्री का ख्वाब देख रही शिवसेना का सपना भी चकनाचूर हो गया.
हालांकि, एनसीपी प्रमुख शरद पवार, शिवसेना और कांग्रेस की तरफ से अब भी सरकार बनाने का दावा किया जा रहा है. शरद पवार ने उद्धव ठाकरे के साथ साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि फडणवीस सरकार सदन में बहुमत साबित नहीं कर पाएगी और सरकार हम ही बनाएंगे. बता दें कि सीएम फडणवीस के पास 30 नवंबर तक सदन में बहुमत साबित करने का मौका है.