नई दिल्ली/इस्लामाबाद। न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक से इतर भारत और पाकिस्तान के विदेश मंत्रियों की प्रस्तावित मुलाकात रद्द किए जाने से बाद से दोनों देशों के नेताओं और अधिकारियों की ओर से बयानबाजी जारी है. अब इसमें दोनों देशों की सेनाए भी कूद पड़ी हैं. भारतीय सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने दोनों देशों के विदेश मंत्रियों की प्रस्तावित मुलाकात रद्द किए जाने का जोरशोर से स्वागत किया, तो पाकिस्तान ने भी इस पर अपनी प्रतिक्रिया जाहिर की.
जनरल बिपिन रावत के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता मेजर आसिफ गफूर ने कहा, ‘हम एक परमाणु संपन्न देश हैं और हमेशा युद्ध के लिए तैयार हैं. युद्ध तब होता है, जब कोई एक पक्ष तैयार नहीं होता है.’
दरअसल, आर्मी चीफ जनरल बिपिन रावत ने न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक से इतर भारत और पाकिस्तान के विदेश मंत्रियों की प्रस्तावित मुलाकात रद्द किए जाने का जोरशोर से स्वागत किया. शनिवार को रावत ने कहा कि पाकिस्तान की सेना और आतंकवादियों को मुंहतोड़ जवाब देने का वक्त आ गया है. वार्ता और आतंकवाद एक साथ नहीं चल सकते हैं.
विदेश मंत्रियों की मुलाकात रद्द होने पर पाकिस्तानी पीएम इमरान खान के बयान के बाद रावत ने कहा, ‘मेरा मानना है कि हमारी सरकार की नीति बिल्कुल स्पष्ट है. पाकिस्तान के लिए जरूरी है कि वो आतंकवाद को रोके. एक सवाल के जवाब में जनरल रावत ने कहा कि आतंकवादियों और पाकिस्तानी सेना की बर्बरता का बदला लेने के लिए भारत को कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए. इसी के बाद पाकिस्तान की ओर से बयान दिया गया है.
बता दें कि भारत ने इंटरनेशनल बॉर्डर के नजदीक बीएसएफ के जवान की हत्या किए जाने के चलते यह विदेश मंत्री स्तर की मुलाकात रद्द कर दी थी. साथ ही भारत ने कहा कि पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान की नीयत और असली चेहरा कार्यकाल शुरू होते ही सामने आ गए हैं. इस प्रस्तावित मुलाकात रद्द किए जाने से बौखलाए पाकिस्तानी प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री समेत अन्य बारी-बारी से बयानबाजी कर रहे हैं. वो वार्ता और मुलाकात का राग अलाप रहे हैं.
शनिवार को पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा कि दोनों पड़ोसी मुल्कों के बीच शांति बहाली की पहल पर भारत की नकारात्मक प्रतिक्रिया निराशाजनक है. इस दौरान इमरान खान ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर बिना नाम लिए तंज कसा. उन्होंने ट्वीट किया, ‘शांति बहाली के लिए वार्ता की मेरी पहल पर भारत ने अहंकारी और नकारात्मक प्रतिक्रिया दी है, जिससे मैं बेहद निराश हूं. हालांकि मैं पूरी जिंदगी छोटे लोगों से मिला हूं, जो ऊंचे पदों पर बैठे हैं, लेकिन इनके पास दूरदर्शी सोच नहीं होती है.’