मुंबई। दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी (AAP) की प्रचंड जीत पर शिवसेना (Shivsena) ने अपने मुखपत्र सामना (Saamana) के जरिए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को बधाई दी और भारतीय जनता पार्टी (BJP) की बखिया उधेड़ी. सामना में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह की नीतियों को हवाबाज तक कहा गया. शिवसेना ने दिल्ली विधानसभा चुनाव में बीजेपी की तरफ से प्रचार करने वालों की लंबी चौड़ी फौज को लेकर भी हमला बोला.
आज सामना संपादकीय में लिखा है कि अकेले केजरीवाल पूरी केंद्र सरकार और शक्तिशाली बीजेपी पर भारी पड़े. केजरीवाल को हराने के लिए बीजेपी ने देशभर से ढाई सौ सांसद, दो चार सौ विधायक, मुख्यमंत्री और अन्य राज्यों के मंत्रियों सहित पूरे केंद्रीय मंत्रिमंडल को मैदान में उतार दिया था. लेकिन इस फौज को आखिरकार दिल्ली के मैदान में पराजय का मुंह देखना पड़ा. यह अहंकार, आत्ममुग्धता और ‘हम करें वही कानून’ की वृत्ति की हार है.
दरअसल जब से शिवसेना ने बीजेपी से गठबंधन तोड़ा है तब से शिवसेना ने बीजेपी, पीएम नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह पर जुबानी बयानबाजी तेज कर दी है. हालांकि बीजेपी से गठबंधन के समय भी शिवसेना अक्सर बीजेपी की आलोचना करती रहती थी.
शिवसेना ने बीजेपी द्वारा चुनाव में उठाए गए मुद्दों को लेकर भी आलोचना की. सामना में लिखा कि दिल्ली विधानसभा में किन मुद्दों पर चुनाव लड़ा जाए इसको लेकर हमेशा की तरह भाजपा के होश उड़ गए. हर बार की तरह यहां भी हिंदू-मुसलमान, राष्ट्रवाद और देशद्रोह जैसे मुद्दों पर भारतीय जनता पार्टी ने प्रचार करते हुए वोट मांगे. लेकिन दिल्ली के मतदाताओं ने उनके इन मुद्दों को ठोकर मारते हुए पांच साल काम करनेवाले केजरीवाल को वोट दिया. अमूमन भावनात्मक और धार्मिक मुद्दों पर ही जोर दिया जाता है. बीजेपी ने अरविंद केजरीवाल को आतंकवादी भी घोषित कर दिया फिर भी जनता ने अरविंद केजरीवाल को ही जिताया.