पणजी। गोवा सरकार की स्थिरता पर कांग्रेस द्वारा उठाए जा रहे सवालों के बीच बीजेपी नीत गठबंधन की एक घटक महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी (MGP) ने बुधवार को कहा कि यदि सरकार ‘‘गिरती’’ है तो पार्टी मध्यवाधि चुनाव के लिए तैयार है. MGP नेता एवं लोकनिर्माण मंत्री सुदीन धवलीकर ने यह भी कहा कि राजनीति एक अप्रत्याशित क्षेत्र है.मंत्री ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘MGP मध्यावधि विधानसभा चुनाव का सामना करने को तैयार है. सरकार गिरे या न गिरे, हम पर असर नहीं होगा. लेकिन लोगों ने हमें (2017 में) पांच साल के कार्यकाल के लिए चुना और हम अपना कार्यकाल पूरा करना चाहते हैं.’’ तीन विधायकों वाली MGP बीजेपी नीत सरकार का एक घटक है. अन्य घटकों में गोवा फॉरवर्ड पार्टी और निर्दलीय विधायक शामिल हैं.
चालीस सदस्यीय गोवा विधानसभा में 16 विधायकों वाली कांग्रेस ने शक्ति परीक्षण की मांग की थी और कहा था कि खराब स्वास्थ्य के चलते कार्यालय से मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर की गैर-मौजूदगी के मद्देनजर बीजेपी के घटक दलों में सबकुछ ठीक नहीं है. पर्रिकर का अग्नाशय संबंधी बीमारी के चलते दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में इलाज चल रहा है.
धवलीकर ने कहा, ‘‘राजनीति में कुछ भी हो सकता है. यहां तक कि 10 विधायकों का समूह किसी दूसरी पार्टी में जा सकता है. हमने एक राज्य में देखा था कि मुख्यमंत्री सहित कांग्रेस विधायकों का समूचा समूह रातोंरात बीजेपी के पाले में चला गया.’’ उन्होंने कहा कि जब तक लोग चाहेंगे, तब तक सरकार रहेगी. ‘‘यदि लोग सरकार को जारी नहीं रहने देना चाहते तो चुनाव आवश्यक हो जाएगा.’’ हालांकि, धवलीकर ने मुख्यमंत्री बदले जाने की संभावना से इनकार किया. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नौ अक्टूबर के बाद अतिरिक्त पद मंत्रियों को आवंटित करेंगे.
धवलीकर ने कहा, ‘‘गोवा की वर्तमान राजनीतिक स्थिति में कुछ भी गलत नहीं है. मुख्यमंत्री यहां स्वास्थ्य ठीक न होने की वजह से नहीं हैं. गोवा में नेतृत्व में कोई बदलाव नहीं होगा. हम मनोहर पर्रिकर को अपना नेता बनाए रखना चाहते हैं और जब तक वह गोवा के लोगों के लिए काम कर सकते हैं, तब तक वह हमारे नेता रहेंगे.’’