नई दिल्ली। केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने बताया कि शनिवार को राज्य में 33 लोगों की मौत हो गई. बारिश और बाढ़ से प्रभावित केरल में मृतकों की संख्या 357 हो गई. मुख्यमंत्री ने कहा कि बाढ़ के कारण राज्य को 19, 512 करोड़ का नुकसान हुआ है.
इस बीच भारी बारिश के अनुमान के कारण अधिकारियों की चिंता बढ़ गई है. राज्य के 11 जिलों में रेड अलर्ट जारी है. भारतीय मौसम विज्ञान विभाग द्वारा शनिवार दोपहर जारी अनुमान के मुताबिक, राज्य के अलग-अलग हिस्सों में मूसलाधार बारिश होने की संभावना है. तिरुवनंतपुरम, कोल्लम और कासरगोड को छोड़कर केरल के 11 जिले रेड अलर्ट पर हैं और यहां अधिक बारिश की संभावना है.
The state has suffered a loss of Rs 19,512 crores due to floods: Kerala CM Pinarayi Vijayan #KeralaFloodspic.twitter.com/dAVILqytXB
— ANI (@ANI) August 18, 2018
बारिश से सर्वाधिक प्रभावित जिलों में अलुवा, चलाकुडी, अलप्पुझा, चेंगन्नूर और पथनामथित्ता जैसे इलाके शामिल हैं, जहां बचाव अभियान तेजी से चलाया जा रहा है और बचाव दलों ने बहुत से लोगों को बचाया है. मीडिया संस्थानों से प्रभावित इलाकों में फंसे लोगों के रिश्तेदारों और दोस्तों द्वारा जानकारी के लिए अनुरोध किए जा रहे हैं.
#KeralaFloods: Kerala CM Pinarayi Vijayan says “total 33 people have died in the state today”. Death toll rises to 357. pic.twitter.com/aiACV26mcv
— ANI (@ANI) August 18, 2018
पीएम ने 500 करोड़ रुपये की वित्तीय मदद की घोषणा की
पीएम मोदी ने बाढ़ग्रस्त राज्य के लिए 500 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता की घोषणा की. इससे पहले केंद्र द्वारा 12 अगस्त को 100 करोड़ रुपये की घोषणा की गई थी. वहीं कांग्रेस नेता रमेश चेन्निथला ने सरकार पर प्रभावी रूप से राहत व बचाव कार्य करने में विफल रहने का आरोप लगाया.
राज्य के खाद्य मंत्री पी. थिलोथमन ने मीडिया से कहा,’ एक बात जो मैं कहना चाहता हूं वह यह कि संख्या बहुत बड़ी है और समय की जरूरत है कि लोगों को खाद्य पैकेट और पीने का पानी मुहैया कराया जाए. नौसेना की करीब 15 छोटी नौका यहां आ सकती हैं. लेकिन दिक्कत शाम के बाद है, जब बचाव अभियान चलाया नहीं जा सकता. लोगों को जल्द से जल्द बाहर निकालने के लिए हेलीकॉप्टरों की भी आवश्यकता है.’
विपक्ष ने साधा सरकार पर निशाना
विपक्ष के नेता रमेश चेन्निथला ने मीडिया को बताया कि राज्य सरकार के प्रयास विफल हो चुके हैं. चेन्निथला ने कहा, ‘मेरे पास फोन कॉल की बाढ़ आई हुई है और अब भी हजारों लोग फंसे हुए हैं. मुख्यमंत्री ने तिरस्कार स्वरूप मेरे सुझाव को खारिज कर दिया, जब मैंने उनसे बचाव एवं राहत कार्य सेना को सौंपने को कहा था. मैं किसी को जिम्मेदार नहीं ठहराना चाहता, लेकिन यह बात साबित हो चुकी है कि राज्य सरकार विफल हो चुकी है.’