नींद में ही पिता-पुत्र और 2 बेटियों को धारदार हथियारों से रेता, अब तक नहीं सुलझी हत्या की गुत्थी

प्रयागराज। उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में एक ही परिवार के चार लोगों की धारदार हथियार से हत्या कर दी गई, वहीं परिवार के एक सदस्य की हालत गंभीर है। वारदात गुरुवार (जुलाई 2, 2020) रात तब अंजाम दिया गया जब पूरा परिवार सो रहा था।

मामला पटेलनगर के शुकुल गाँव का है। बताया जा रहा है कि यहाँ रहने वाले विमलेश पांडेय (40) अपने परिवार के साथ घर में सोए हुए थे। सुबह गाँव के लोगों को हत्या का पता चला तो पुलिस को सूचना दी। पुलिस पहुँची तो देखा कि विमलेश के पूरे परिवार की हत्या कर दी गई है।

प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, घर के भीतर के जो हालात थे उससे यही लग रहा था कि पांडेय के बेटे व दोनों बेटियों को तो चारपाई से उठने का भी मौका नहीं मिला। हत्यारों ने सोते समय ही धारदार हथियार से वार कर उन्हें मौत की नींद सुला दिया। पांडेय के गले के अलावा शरीर के कई अन्य हिस्सों में भी जख्म के निशान मिलने से माना जा रहा है कि जान बचाने के लिए उन्होंने हत्यारों से जमकर संघर्ष किया। घर के भीतर काफी मात्रा में खून भी बिखरा था।

मारे गए लोगों में विमलेश पांडेय, उनकी बेटी श्रेया (22), शिबू (19) और बेटा प्रिंस (18) शामिल है। वहीं विमलेश की पत्नी गंभीर रूप से घायल हैं। उनका इलाज चल रहा है।

इस हत्याकांड ने हर किसी को हैरानी में डाल दिया है। परिवार के मुखिया विमलेश पांडेय पेशे से वैद्य थे। जड़ी-बूटी बेचते थे और उसी से परिवार का पालन-पोषण करते थे। लोगों का कहना है कि परिवार की किसी से कोई दुश्मनी नहीं थी। ऐसे में इन हत्याओं को क्यों अंजाम दिया गया?

एडीजी जोन प्रेमप्रकाश का भी कहना है कि अब तक की जाँच में किसी रंजिश की बात सामने नहीं आई है। अलग-अलग बिंदुओं को ध्यान में रखकर जाँच पड़ताल की जा रही है जिसके लिए कई टीमें लगाई गई हैं।

पुलिस जाँच-पड़ताल और पूछताछ के साथ ही वारदात स्थल से साक्ष्य भी जुटा रही है। पुलिस के साथ ही फिंगर प्रिंट एक्सपर्ट और डॉग स्क्वायड भी जाँच में लगा हुआ है। तहकीकात की जा रही है। पुलिस अधिकारी परिवार के सदस्यों के साथ ही आसपास के ग्रामीणों से भी पूछताछ कर रही है।

पुलिस ने बताया कि विमलेश पांडेय उनकी बेटे और दोनों बेटियों की हत्या के बाद से उनका मोबाइल गायब था। जब उस मोबाइल को सर्विलांस पर रखा गया तो वो फोन पड़ोसी होमगार्ड के घर से मिला। फोन होमगार्ड के 13 वर्षीय बेटे ने रिसीव किया था।

हालाँकि पुलिस ने जब उसके घर पर छापेमारी को तो होमगार्ड फरार था और मोबाइल भी वहाँ से बरामद नहीं हुआ। होमगार्ड के बेटे ने मोबाइल को फेंक देने की बात कही। बहरहाल पुलिस सच्चाई का पता लगाने के लिए होमगार्ड, उसकी पत्नी, बेटी व बेटे को थाने में लाकर पूछताछ कर रही है।

सामूहिक हत्या की वजह फिलहाल स्पष्ट नहीं हो सकी है। पहले ये आशंका जताई जा रही थी कि ये वारदात लूट या दुष्कर्म की वजह से अंजाम दी गई। मगर पोस्टपॉर्टम रिपोर्ट में दुष्कर्म की पुष्टि नहीं हुई है और घर में रखी आलमारी और बक्सों के तमाम सामान भी सुरक्षित पाए गए हैं। ऐसे में लूट या फिर दुष्कर्म के बाद हत्या की बात सच नहीं है। पुलिस ने इस मामले में अब एसटीएफ की मदद लेने का फैसला किया है। जिसके बाद हत्या की गुत्थी सुलझने की उम्मीद है।

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