जयपुर। राजस्थान में राज्यसभा चुनाव के दौरान विधायकों की खरीद-फरोख्त को लेकर शुरू हुई सियासत ने अब उथलपुथल बढ़ा दी है। खरीद-फरोख्त में शामिल होने के आरोप में शनिवार को तीन निर्दलीय विधायकों के खिलाफ केस और दो अन्य की गिरफ्तारी के बाद दिनभर कांग्रेस-भाजपा में आरोप-प्रत्यारोप का दौर चला। रात होते-होते कांग्रेस के 16 विधायक मानेसर के होटल और पांच के दिल्ली पहुंच जाने से गहलोत सरकार संकट में आती दिख रही है। इनमें कुछ निर्दलीयों के भी शामिल होने की सूचना है।
उधर, विधायक रमीला खडि़या ने कहा कि मुझसे किसी भाजपा नेता ने संपर्क नहीं किया। यह सब गलत है। हम जन्मजात कांग्रेसी हैं। इस मामले में एसओजी के अतिरिक्त महानिदेशक अशोक राठौड़ ने कहा कि अवैध हथियार व तस्करी से जुड़े लोगों पर निगरानी रखते हुए दो मोबाइल नंबर सर्विलांस पर रखे गए तो गहलोत सरकार को अस्थिर करने व विधायकों की खरीद-फरोख्त की बात सामने आई।
इस्तीफे की थीं अटकलें
मंत्रिमंडल की बैठक से पूर्व यह कयास लगाए जाते रहे कि सीएम गहलोत मंत्रियों के इस्तीफे ले सकते हैं, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया। मंत्रिमंडल की बैठक में उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट मौजूद नहीं थे। बैठक के बाद संसदीय कार्यमंत्री शांति धारीवाल ने कहा कि हम भाजपा को तोड़फोड़ में कामयाब नहीं होने देंगे। मंत्रिमंडल में फेरबदल का अधिकार मुख्यमंत्री को है। मंत्रिमंडल की बैठक से पूर्व गहलोत ने जयपुर में मौजूद तीन निर्दलीय विधायकों एवं बसपा से कांग्रेस में शामिल हुए विधायक राजेंद्र गुढा व जोगेंद्र अवाना से चर्चा की। उधर, कांग्रेस विधायक दल ने उन तीन निर्दलीय विधायकों को पार्टी की समर्थन सूची से बाहर कर दिया है, जिनके खिलाफ एसीबी ने मामला दर्ज किया है। इनमें ओमप्रकाश हुडला, सुरेश टांक व खुशबीर सिंह जोजावर शामिल हैं।
एसीबी ने खुद जांच के बाद मामला दर्ज किया
राज्य भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने तीन निर्दलीय विधायकों ओमप्रकाश हुड़ला, खुशबीर ¨सह जोजावर एवं सुरेश टांक के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है। इन तीनों विधायकों पर आदिवासी इलाकों के कांग्रेस विधायकों से संपर्क करने का आरोप है। एसीबी के महानिदेशक आलोक त्रिपाठी ने कहा कि एसीबी ने स्वत: जांच के बाद मामला दर्ज किया है।
-भाजपा ने सारी हदें पार कर दी हैं। एक तरफ हम कोरोना से ¨जदगी बचाने में जुटे हैं, वहीं दूसरी तरफ भाजपा के लोग सरकार गिराने में। बकरा मंडी में जिस तरह से बकरे बिकते हैं, वैसे विधायकों की बोली लगाई गई। 15 से 25 करोड़ विधायकों की बोली लगाई गई है। प्रलोभन देकर सरकार गिराने की अब की साजिश राज्यसभा चुनाव के वक्त से कहीं बड़ी है, लेकिन हमारी सरकार स्थिर है।
-अशोक गहलोत, मुख्यमंत्री
-नाकामियों से ध्यान हटाने के लिए राजस्थान सरकार पैंतरेबाजी कर रही है। खरीद-फरोख्त के जो आरोप हैं, वह भाजपा को बदनाम करने की साजिश है। गहलोत एसओजी का दुरुपयोग कर रहे हैं । विधायकों व मंत्रियों के फोन टैप किए जा रहे हैं, जो गलत है। यह सरकार अंतर्कलह की शिकार है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट के बीच तकरार सार्वजनिक है।
-सतीश पूनिया, भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष
200 सदस्यीय विस की दलीय स्थिति
पार्टी सदस्य
कांग्रेस 101
राष्ट्रीय लोकदल 01
निर्दलीय 13
बसपा 06 (पार्टी के चुनाव चिह्न पर जीते थे, मगर बाद कांग्रेस में शामिल हो गए । )
भाजपा – 72
राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी – 3
भारतीय ट्राईबल पार्टी – 2
माकपा – 2